अभय मांझी
लातेहार: जिले के मनिका प्रखंड में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है। इसके वजह से कई जलाशय चापानल सूखने के कगार पर है और कई जलाशय सुख भी गए हैं। नल जल योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्र और शहरी क्षेत्रों में जलमीनार लगाए गए हैं। जल मिनार में एक बूंद पानी भी नहीं आ रही है। जूँगूर पंचायत के ग्रामीणों ने बताया कि जब से जलमीनार लगी है , तब से एक दो बार पानी जल मीनार से मिला है। जलमीनार लगे लगभग 1 वर्ष हो गए है। आज तक कोई विभागीय कर्मचारी इसकी सुध तक लेने नहीं पहुंचे। हम लोग दूसरे के चापानल में पानी लेने जाते है। गांव में एक ही चापानल है। जिससे पूरे गांव पानी पीते हैं और ज्यादा पानी निकालने के कारण वह भी सूख जाती है औराटाँड़ के टोले में दो जल मीनार लगी है। जिसमें एक जलमीनार में कभी पानी ही नहीं आया। एक जल मीनार का सिंटेक्स (टंकी) फटा हुआ लगाकर छोड़ दिया गया है। जो पानी चढ़ाने पर बह जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि इसकी शिकायत भी हम लोगों ने किया। लेकिन अभी तक सिंटेक्स (टंकी) ना बदला गया है और ना विभाग के कोई कर्मचारी देखने भी आए हैं।

ग्रामीणों कार्तिक उरांव ,अखिलेश उरांव , पुतुन उरांव , मुनेश्वर उरांव , राजेश्वर उरांव , उमेश सिंह , सकलदीप उराँव , विमल उरांव , रजकलिया देवी , पारो देवी , प्रमिला देवी , कुंती देवी , चलितर उरांव , सहित ,कई ग्रामीणों ने बताया कि हम लोग कई बार नल जल विभाग के कर्मचारियों को सूचना दिए लेकिन अभी तक सुध लेने नल जल के कर्मचारी नहीं पहुंचे।
ऐसा ही हाल मनिका प्रखंड मुख्यालय से सटे पंचफेड़ी चौक स्थित एस बी आई रोड में लगी जल मिनार का है। यहाँ बरवइया , बंदुआ , पल्हैया , डोकी (पाँकी पलामु ) कई सुदुवर्ती क्षेत्रों को जोड़ने वाली सड़क है। इस रोड में प्रतिदिन यात्रियों का आवागमन रहता है। यहाँ का जलमीनार और चापानल दोनों कई महीनों से खराब पड़ा है।

कुछ लोग खरब पड़े चापानल में निजी समरसेबल (मोटर ) डालकर उपयोग कर रहे हैं । लेकिन नल जल योजना के कोई भी कर्मचारी सुध लेने वाला नहीं है ।
