एजेंसी: हिंदू परंपराओं के अनुसार भोजन से पहले गाय के लिए भोजन निकालना बहुत शुभ माना जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी अधिकांश घरों में पहली रोटी गाय को और आखिरी रोटी कुत्ते को दी जाती है। हिंदू धर्म में गाय को देवतुल्य माना जाता है। शास्त्रों की मान्यता के अनुसार गाय के शरीर में 33 कोटी देवी-देवताओं का वास माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि जब हम पहली रोटी गाय को खिलाते हैं तो सभी देवी-देवता प्रसन्न होते हैं। तो सभी देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है। ऐसा कहा जाता है कि इससे घर में अनबन और छोटे-मोटे झगड़े खत्म हो जाते हैं। परिवार के सदस्य प्रेम और सौहार्द से रहते हैं। गाय को पहली रोटी देने का यह अभ्यास जीवन को संतुलित और शांतिमय बनाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर आप गरीबी की समस्या से जूझ रहे हैं तो घर में सुबह बनने वाली पहली रोटी के चार टुकड़े कर लें। अब इसका पहला टुकड़ा गाय को, दूसरा टुकड़ा कुत्ते को। तीसरा टुकड़ा कौओं को और चौथा टुकड़ा किसी चौराहे पर रख दें।
कुत्ते को रोटी खिलाने से होंगे ये लाभ
वहीं, शनि दोष समाप्त करने के लिए आखिरी रोटी कुत्ते को जरूर खिलाना चाहिए। ऐसा करने से जातक को कई और लाभ हो सकते हैं। अगर किसी की कुंडली में राहु केतु या शनि का दोष है तो उसे प्रत्येक दिन रात को अंत में बनाई जाने वाली रोटी कुत्ते को देना चाहिए। ऐसा करने से कुंडली में जो भी दोष होते हैं, वो खत्म हो जाते हैं। कुत्ते को नियमित रूप से तेल से चुपड़ी रोटी देना चाहिए। कुत्ते को मीठी रोटी देना भी शुभ माना जाता है। विशेषकर, जो लोग पितृ दोष का सामना कर रहे हैं, उनके लिए यह उपाय लाभकारी है। यदि आप बाबा काल भैरव को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो काले कुत्ते को भोजन कराएं।
गाय को रोटी खिलाने के नियम जानें
ज्योतिषयों के अनुसार, रोटी में हल्दी लगाकर गाय को खिलाना अत्यंत शुभ माना जाता है। वहीं, कहा गया है कि गाय को बचा हुआ जूठा खाना नहीं खिलाना चाहिए। ऐसा करने से देवता नाराज होते हैं। यदि गाय को बासी रोटी खिला भी रहे हैं, तो उसमें गुड़ मिलाकर खिलाएं। कहते हैं, गाय को रविवार, शनिवार और गुरुवार के दिन रोटी खिलाना शुभ है। साथ ही, जब भी आप गाय के लिए रोटी तैयार करें या उसे खिलाएं तो आदर का भाव होना चाहिए। धर्म शास्त्रों में ऐसा माना गया है कि आप भगवान को भोग लगाएं या गाय माता को पहली रोटी खिलाएं दोनों का फल एक समान ही होता है।