पटना/गया :— बिहार के गया में अजीब संयोज देखने को मिला। यहां पर भगवान राम के खिलाफ सियासी बयानबाजी करना भारी पड़ गया। रामलला का नाम लेते ही यहां पर मंच हिलने लगा और देखते ही देखते धराशाई हो गया। दरअसल,गया के अतरी प्रखंड के डिहुरी पंचायत में स्वतंत्रता सेनानी अब्दुल कयूम अंसारी की 51वीं पुण्यतिथि मनाई जा रही थी। उनके पुण्यतिथि पर 18 जनवरी को एक सभा का आयोजन किया था। इसे लेकर मंच बनाया गया। यहां पर पसमांदा मुस्लिम समाज की सभा चल रही थी। पसमांदा मुस्लिम की सभा में एक वक्ता भाषण दे रहे थे। मंच पर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सांसद अली अनवर अंसारी भी शामिल हुए थे। मंच पर एक स्थानीय नेता ने अपना संबोधन शुरू किया। सभा के लिए बनाए गए मंच पर मौजूद वक्ता अपने-अपने भाषण दे रहे थे।
भगवान राम का नाम लेते ही…
संबोधन के दौरान एक वक्ता ने अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले श्री राम मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम को लेकर बयानबाजी शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को जो श्री रामचंद्र जी का प्राण प्रतिष्ठा है, वह कार्यक्रम वोट लेने के लिए किया जा रहा है। सवाल यह है कि जिस दिन श्री रामचंद्र जी का जन्म है, उस दिन क्यों नहीं मनाया जा रहा। इतना बोलते ही मंच हिलने लगा और देखते ही देखते धराशाई हो गया। जिससे मंच पर मौजूद पूर्व सांसद अली अनवर अंसारी सहित कई लोग घायल हो गए। अली अनवर अंसारी राजद कोटे से बिहार के पूर्व राज्यसभा सांसद रह चुके हैं। मंच गिरने से थोड़ी देर के लिए मौके पर अफरा तफरी का माहौल बन गया। इस घटना में कई लोग चोटिल हो गए।
इस घटना का वीडियो वहां मौजूद एक स्थानीय व्यक्ति द्वारा बनाया गया। जो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो के वायरल होते ही भाजपा नेताओं ने भी बयानबाजी शुरू कर दी।
पूर्व सांसद को लगी चोट
जब मंच धाराशाई हुआ, उस वक्त मंच पर जेडीयू नेता और पूर्व सांसद अली अनवर अंसारी समेत कई लोग मौजूद थे। मंच के गिरने की घटना में मुख्य वक्ता पूर्व सांसद अली अनवर अंसारी के बाएं पैर में चोट आई है। उन्होंने अपने भाषण में यह भी कहा कि दाहिने पैर के घुटने में पहले से ही बेल्ट बांध रखा था। अब मंच गिरने से और चोट लग गई है। कुछ और लोगों के भी चोटिल हो जाने की बात बताई जा रही है।
भगवान श्रीराम का नाम राजनैतिक फायदा के लिए नहीं हैं
भाजपा के गया जिला के पूर्व जिलाध्यक्ष धनराज शर्मा ने कहा कि भगवान श्रीराम का नाम राजनैतिक फायदा के लिए नहीं हैं। हिंदू सनातन धर्म और देश का गौरवगाथा हैं, जो मुगलों के द्वारा उनके जन्मभूमि को तोड़कर ढांचा बना दिया गया था। 526 वर्षों के संघर्ष के बाद सर्वोच्च न्यायालय के द्वारा दिए गए निर्णय के अनुसार भव्य और दिव्य मंदिर का निर्माण कराया जा रहा हैं। देश के ओजस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी के कर कमलों द्वारा 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा होगी। सभी भारतीय उस प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होकर खुशियों का इजहार करे, ना की विरोध करें। घटना का विरोध करने वालों में भाजपा जिला उपाध्यक्ष अजय कुमार, जिला महामंत्री गोपाल प्रसाद यादव, जिला मंत्री धर्मेंद्र यादव शामिल है।