सिसई (गुमला): राजकीय कृत मध्य विद्यालय जिंदा में सर्वप्रथम एक पेड़ माँ के नाम के संकल्प के साथ औषधीय पौधों व फलदार वृक्ष रोपण किया गया। जिसमें गिलोय, ऐलोविरा, मीठा नीम, पत्थर चट्टा, आम आदि पौधों का रोपण सह संरक्षण करने के निमित्त घेरा किया गया। योग गुरु गजराज महतो ने औषधीय पौधों के गुणों की विस्तार से जानकारी देते हुए सेवन विधि व शारीरिक लाभ को बताया गया एवं पर्यावरण की सुरक्षा हेतु एक पेड़ माँ के नाम की शपथ दिलाई गई।

योग भजन कराते हुए कहा कि, रोज सुबह हम सभी को प्रभु ध्यान करते हुए ईश वंदन करना है। समस्त ब्रह्मांड के कण- कण मे रमने वाले सबके हृदय मे विराजमान परम पिता परमेश्वर जी के चरणों की सानिध्यता पाना है। हमारा मन- मष्तिक पावन, निर्मल व पवित्र हो जाता है। जीवन दायिनी तीन प्राणायाम यथा भस्त्रिका प्राणायाम, कपाल भांति प्राणायाम, अनुलोम- विलोम प्राणायाम का अभ्यास कराते हुए योग गुरु जी ने कहा कि 100 वर्षों तक निरोगी व आनंदमय जीवन जीने के निमित्त रोज सुबह इन तीनों प्राणायाम को विधि पूर्वक करना है।

जिससे अंदर के सात अंगों को पूर्ण आरोग्य लाभ मिलती है। पुन: वज्रासन, वक्रासन, मंडुकासन, चक्की आसन, गोमुखासन, का अभ्यास कराया गया। अंत मे हास्यासन व शांति पाठ के साथ आज के योग सत्र का समापन किया गया।
आज के योग सत्र में शिक्षकों एवं छात्र- छात्राओं उपस्थित हुए।
