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‘सीटी बजाओ, स्कूल बुलाओ’ की सफलता के लिए 11 जनवरी को 1 घंटे का विशेष सोशल मीडिया महाअभियान

On: January 10, 2024 3:40 PM
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झारखंड वार्ता न्यूज़

✦ उपायुक्त रांची, श्री राहुल कुमार सिन्हा द्वारा ‘सीटी बजाओ, स्कूल बुलाओ’ महाअभियान की सफलता के लिए जिला, ब्लॉक एवं संकुल स्तर पर नोडल पदाधिकारी को इस अभियान को सफल बनाने में अपनी भूमिका निभाने को कहा गया

✦ विद्यालय प्रबंधन और माता पिता एवं अभिभावकों के बीच सीधा सम्बन्ध स्थापित करने के लिए ‘सीटी बजाओ, स्कूल बुलाओ’ का शुभारम्भ किया गया है:- उपायुक्त रांची, श्री राहुल कुमार सिन्हा

✦ SeetiBajao हैशटैग पर सीटी बजाते हुए स्कूल आ रहे बच्चों की तस्वीर और वीडियो की जायेगी पोस्ट

रांची:- स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के उद्देश्य से राज्य में शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा संचालित अनूठी पहल ‘सीटी बजाओ, उपस्थिति बढ़ाओ’ के व्यापक एवं सकारात्मक परिणाम को देखते हुए दिनांक 11 जनवरी, 2024 को प्रातः सभी जिलों में स्कूल आते हुए बच्चों की सीटी बजाती हुई तस्वीर या वीडियो #SeetiBajao को टैग करते हुए पोस्ट किया जाएगा। इस सोशल मीडिया महाअभियान में राज्य के प्रत्येक जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक, क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी, अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी, प्रखंड साधन सेवी, संकुल साधन सेवी, शिक्षक, छात्र छात्राये, अभिभावक आदि अनिवार्य रूप से भाग लेंगे। इस महाअभियान में समाज के प्रबुद्धजन, मुखिया, स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्य, नागरिको एवं जनप्रतिनिधियों को भी भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इनके अलावा सरस्वती वाहिनी के सदस्य एवं माता समिति के सदस्य भी इसमें शामिल होंगे।

स्कूलों में पर्याप्त सीटी हो उपलब्ध

उपायुक्त रांची, श्री राहुल कुमार सिन्हा ने सीटी बजाओ, स्कूल बुलाओ सोशल मीडिया महाअभियान को देखते हुए स्कूलों को पर्याप्त सीटी रखने का निर्देश दिया गया है। जिन विद्यालयों ने अबतक सीटी का क्रय नहीं किया है, उन्हें तत्काल इसका क्रय कर लेने का निर्देश दिया गया है।

नोडल पदाधिकारी नियुक्त

सोशल मीडिया महाअभियान की सफलता के लिए जिला, ब्लॉक एवं संकुल स्तर पर नोडल पदाधिकारियों की नियुक्ति की गयी है। जिलास्तर पर एडीपीओ, ब्लॉक स्तर पर बीपीओ और संकुल स्तर पर सीआरपी को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है। इस कार्यक्रम को प्रयास, एसएमसी, रुआर और पीटीएम से भी जोड़ा जाएगा।

सभी सोशल मीडिया माध्यमों का करें इस्तेमाल

राज्य शिक्षा परियोजना ने सभी जिलों को जारी दिशा निर्देशों में स्पष्ट किया है कि इस सोशल मीडिया महाअभियान की सफलता के लिए सोशल मीडिया के सभी माध्यमों का प्रचूर इस्तेमाल करें। सिर्फ एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर ही नहीं, फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और कू एप का भी इस्तेमाल सुनिश्चित करें। सभी माध्यमों द्वारा #SeetiBajao को पोस्ट करें।

पायलट प्रोजेक्ट के रूप में सिमडेगा से शुरू हुआ था अभियान

सीटी बजाओ, उपस्थिति बढ़ाओ अभियान को सिमडेगा जिले में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया था। जिले में इसके सकारात्मक परिणाम को देखते हुए स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने पूरे राज्य में इस अभियान को ‘सीटी बजाओ, स्कूल बुलाओ’ अभियान के रूप में शुरू करने का निर्णय लिया। देखते ही देखते यह अभियान राज्य के सभी जिलों में शुरू हो गया, जिसके परिणामस्वरूप स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति पहले से बढ़ी है, साथ ही उनके अंदर नेतृत्व कौशल का भी विकास हो रहा है।

सीटी बजाओ, स्कूल बुलाओ अभियान

सीटी बजाओ, स्कूल बुलाओ’ अभियान, सिमडेगा के सीटी बजाओ, उपस्थिति बढ़ाओ अभियान के तर्ज पर ही पूरे राज्य में शुरू किया गया है। इस अभियान के तहत प्रतिदिन प्रातः स्कूल में हाउस के कैप्टन और क्लास मॉनिटर सीटी बजाते हुए अपने गांव, कस्बो, टोलो के बच्चो को स्कूल चलने के लिए प्रेरित करते है। सीटी बजते ही बच्चे स्कूल जाने के लिए तैयार हो जाते है और अपने सहपाठी के साथ स्कूल जाते हैं। इस अभियान से बच्चों के अभिभावक भी जागरूक हो रहे हैं। पहले बच्चों द्वारा गलत जानकारी या स्कूल बंद होने की जानकारी देकर स्कूल नहीं जाने का बहाना बनाया जाता था। अब सीटी बजते ही माता पिता यह समझ जाते हैं कि स्कूल खुला है और उन्हें अपने बच्चों को समय पर तैयार करके स्कूल भेजना है।

विद्यालय प्रबंधन और पिता एवं अभिभावकों के बीच सीधा सम्बन्ध स्थापित करने के लिए ‘सीटी बजाओ, स्कूल बुलाओ’ का शुभारम्भ

उपायुक्त, श्री राहुल कुमार सिन्हा ने विशेष रूप से कहा की विद्यालय प्रबंधन और माता/पिता एवं अभिभावकों के बीच सीधा सम्बन्ध स्थापित करने के लिए ‘सीटी बजाओ, स्कूल बुलाओ’ का शुभारम्भ किया गया है। प्रायः देखा गया है, की बच्चें माता/पिता/अभिभावकों से झूठ या कोई बहाना बना कर स्कूल नही जाते है, जिसके कारण बच्चों में ड्रापआउट की समस्या बढ़ती जा रही थी, जिससे स्कूलों में उपस्थिति पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा था। MDM का भोजन भी बच्चों के स्कूल नही आने के कारण बच जाता था। तमाम तरह की विसंगतियां उत्पन्न हो रही थी। इसलिए इस अभियान से माता/पिता/अभिभावक जान पाएंगे की स्कूल खुला है या बंद है। इस अभियान से बच्चों की उपस्थिति निश्चित रूप से बढ़ेगी। इसके लिए सभी सम्बंधित को प्रशिक्षण दे दिया गया है। उपायुक्त रांची, ने सभी बच्चों और उनके माता/पिता/अभिभावकों से अपील करते हुए कहा की वे अपने बच्चों को स्कूल समय पर और नियमित रूप से भेजें ताकि बच्चों का भविष्य अच्छा बनें।

Satyam Jaiswal

सत्यम जायसवाल एक भारतीय पत्रकार हैं, जो झारखंड राज्य के रांची शहर में स्थित "झारखंड वार्ता" नामक मीडिया कंपनी के मालिक हैं। उनके पास प्रबंधन, सार्वजनिक बोलचाल, और कंटेंट क्रिएशन में लगभक एक दशक का अनुभव है। उन्होंने एपीजे इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन से शिक्षा प्राप्त की है और विभिन्न कंपनियों के लिए वीडियो प्रोड्यूसर, एडिटर, और डायरेक्टर के रूप में कार्य किया है। जिसके बाद उन्होंने झारखंड वार्ता की शुरुआत की थी। "झारखंड वार्ता" झारखंड राज्य से संबंधित समाचार और जानकारी प्रदान करती है, जो राज्य के नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण है।

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