जैसलमेर: राजस्थान के जैसलमेर जिले में रविवार देर रात एक भीषण हादसे ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया। यात्रियों से भरी एक बस शॉर्ट सर्किट के कारण अचानक आग की चपेट में आ गई, जिसमें अब तक 20 लोगों की दर्दनाक मौत की पुष्टि हुई है। कई शव इतनी बुरी तरह जल चुके हैं कि उनकी पहचान कर पाना मुश्किल हो गया है। हादसे में झुलसे 15 लोगों का जोधपुर में इलाज चल रहा है, जिनमें दो बच्चे और चार महिलाएं शामिल हैं।
जानकारी के मुताबिक, बस में कुल 57 यात्री सवार थे। अचानक लगी आग इतनी तेज थी कि कई यात्री अपनी जान बचाने के लिए चलती बस से कूद पड़े। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कुछ ही मिनटों में बस पूरी तरह जलकर राख हो गई।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा मौके पर पहुंचे
दुर्घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा स्वयं जैसलमेर पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल का जायजा लिया और पोकरण विधायक महंत प्रताप पुरी, जिला कलेक्टर प्रताप सिंह नाथावत, एसपी अभिषेक शिवहरे सहित अन्य अधिकारियों से विस्तृत रिपोर्ट ली। सीएम ने राहत और बचाव कार्य में कोई कोताही न बरतने के निर्देश दिए।
इसके बाद मुख्यमंत्री जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने झुलसे हुए मरीजों से मुलाकात की। उन्होंने डॉक्टरों से हर मरीज की स्थिति, जलन प्रतिशत और इलाज की प्रक्रिया की जानकारी ली और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
डीएनए टेस्ट से होगी पहचान
जैसलमेर कलेक्टर प्रताप सिंह ने बताया कि कई शव पूरी तरह जल चुके हैं, जिसके कारण उनकी पहचान संभव नहीं है। इसलिए प्रशासन ने डीएनए जांच के ज़रिए मृतकों की पहचान करने का निर्णय लिया है। परिजनों से संपर्क कर सैंपल एकत्र किए जा रहे हैं।
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने जताया दुख
इस दर्दनाक हादसे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा शोक व्यक्त किया है। PMO ने कहा, “प्रत्येक मृतक के निकटतम परिजन को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।” प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक पोस्ट में कहा गया, “राजस्थान के जैसलमेर में हुई दुर्घटना में लोगों की मौत से व्यथित हूं। इस कठिन समय में मेरी संवेदनाएं प्रभावित लोगों और उनके परिजनों के साथ हैं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।”
स्थानीय प्रशासन ने बताया कि रातभर राहत और बचाव कार्य जारी रहा। फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां आग बुझाने में लगी रहीं, लेकिन बस को पूरी तरह खाक होने से नहीं बचाया जा सका।













