मदन साहु
सिसई (गुमला): प्रखंड के रेफरल अस्पताल में कैंप लगाकर 218 मिर्गी मरीजों का निशुल्क इलाज किया गया। इस कैंप में चार प्रखंड के मिर्गी मैरिज बीटीटी, सहिया और सहिया साथियों द्वारा सुदूर क्षेत्र के गांव देहात से मिर्गी मरीजों को चिन्हित कर लाया गया था। सहिया साथियों के दीदियों ने बताया कि सहिया साथियों के अथक प्रयास से चार प्रखंड – सिसई, भरनो, बसिया, कमडरा के सुदूरवर्ती क्षेत्र से विभिन्न गांव के मिर्गी मरीजों को खोज खोज कर निशुल्क कैंप का जानकारी देकर बुलाया गया था।

सभी प्रखंडों से कुल 218 मरीजों ने इस निशुल्क इलाज का लाभ उठाया। उन्होंने बताया कि इस कैंप के अंदर सोनी उरांव पिता – राम उरांव, उम्र 15 वर्ष जिसको मिर्गी का दौरा पड़ा, डॉक्टर ने तुरंत पहुंचकर वस्तु स्थिति का जानकारी ली। डॉक्टर ने बताया की जब किसी को मिर्गी का दौरा पड़ता है तो तुरंत भीड़-भाड़ नहीं करने का सुझाव दिया। मरीज को जागरुक करते हुए कहा की जूता,चप्पल,चाबी या मुंह में पानी नहीं डालना चाहिए, मिर्गी दौरा का समय एक से दो मिनट का होता है, चोट नहीं लगे उसके लिए सर में तकिया डालना चाहिए, मरीज को करवत करके सुला देना चाहिए,जिससे मरीज का मुंह से लार बाहर निकल सके।

मिर्गी कोई टोटका या जादू टोना नहीं है। इसे झाड़ फूंक नहीं करना चाहिए। मिर्गी का इलाज दवाइयां से होता है। लेकिन इसकी दवा लंबे समय तक चलता है, डॉक्टर के बताए अनुसार दवा का सेवन करना चाहिए। मिर्गी मैरिज को दवा समय से जरुर खिलाना चाहिए। दवा खिलाने वक्त मरीज खाना खाया है या नहीं खाया है कोई फर्क नहीं पड़ता है।
