रांची: मध्य अफ्रीका के कैमरून में फंसे झारखंड के 27 श्रमिक बुधवार को राज्य में लौट आए। श्रमिकों को झारखंड सरकार ने सम्मानित किया। श्रम विभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम में सभी प्रवासी मजदूरों को 25-25 हजार की सहायता राशि दी गयी।
इस दौरान कल्पना सोरेन फोन पर वीडियो कॉल के जरिये मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से प्रवासी मजदूरों की बात करायी। हेमंत सोरेन ने कहा कि हमारे लिए खुशी की बात है कि आप सभी लोग सुरक्षित अपने वतन लौट आये। उन्होंने प्रवासी मजदूरों से अपने राज्य में काम करने की अपील की।
सीएम हेमंत सोरेन ने ‘एक्स’ पर लिखा, “अफ्रीका के कैमरून में फंसे झारखण्ड के अपने 27 लोगों की परेशानियों के बारे में जानकारी मिली थी, जिसके पश्चात झारखण्ड सरकार द्वारा पहल कर उन्हें लगभग कुल 30 लाख की बकाया राशि का भुगतान कराया गया और राज्य वापस लाया गया। आज गिरिडीह में साथी मंत्रियों और गिरिडीह तथा गांडेय विधायक एवं पदाधिकारियों की उपस्थिति में प्रत्येक श्रमिक भाइयों को 25-25 हजार रुपए की सहायता राशि प्रदान की गयी। साथ ही सभी श्रमिक भाइयों से राज्य सरकार के संपर्क में सदैव रहने हेतु भी अपनी बात रखी। आपकी यह झारखण्ड सरकार, आपका यह भाई और बेटा सभी वर्गों की सहायता के लिए हमेशा संवेदनशीलता के साथ खड़ा है। आप सभी खुशहाल रहें, यही कामना करता हूँ।”
अफ्रीका के कैमरून में फंसे झारखण्ड के अपने 27 लोगों की परेशानियों के बारे में जानकारी मिली थी, जिसके पश्चात झारखण्ड सरकार द्वारा पहल कर उन्हें लगभग कुल 30 लाख की बकाया राशि का भुगतान कराया गया और राज्य वापस लाया गया। आज गिरिडीह में साथी मंत्रियों और गिरिडीह तथा गांडेय विधायक एवं… pic.twitter.com/sAs5842id5
झारखंड के 27 प्रवासी मजदूर आज बुधवार की सुबह सकुशल घर वापसी की। सभी प्रवासी मजदूर मुंबई मेल ट्रेन संख्या 12322 से सुबह चार बजकर 19 मिनट पर पारसनाथ स्टेशन पहुंचे। राज्य सरकार व जिला प्रशासन ने सभी को माला पहनाकर स्वागत किया।