---Advertisement---

साहिबगंज:नकली नोटों के अंतर्राज्यीय रैकेट का भंडाफोड़,4 लाख 12000 नोटों के साथ 3 पुलिस के हत्थे चढ़े

On: April 14, 2025 4:19 PM
---Advertisement---

साहिबगंज:बड़हरवा रेलवे स्टेशन पर रेल पुलिस को अंतर प्रांतीय नकली नोटों की तस्करी करने वाले रैकेट का भंडाफोड़ करने में सफलता मिली है। रेल पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कल 4 लाख 12000 रुपए के नकली करेंसी के साथ तीन लोगों को दबोचा है। नकली नोटों में 500- 500 के नोट हैं। गिरफ्तार लोगों में दो पंजाब के हैं और एक झारखंड के साहिबगंज का ही रहने वाला है।

सूत्रों के अनुसार, धनबाद रेल पुलिस अधीक्षक को गुप्त सूचना मिली थी कि बारहरवा स्टेशन पर कुछ संदिग्ध जाली नोटों के साथ देखे गए हैं. सूचना के आधार पर बारहरवा रेल पुलिस ने स्टेशन पर निगरानी बढ़ा दी. सुबह के समय दो संदिग्धों को हिरासत में लिया गया और तलाशी के दौरान उनके पास से जाली नोट बरामद किए गए.

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान

पुलिस ने जिन तस्करों को गिरफ्तार किया है, उनमें पंजाब के तीर्थ सिंह और इंद्रप्रीत सिंह शामिल हैं. ये दोनों झारखंड और बिहार के रास्ते जाली नोटों को पंजाब तक पहुंचाने का काम कर रहे थे. तीसरा आरोपी कालू घोष, बारहरवा मिर्जापुर का निवासी है, जो एक कुरियर एजेंसी में काम करता था और इस नेटवर्क से स्थानीय स्तर पर जुड़ा हुआ था.

प्रारंभिक पूछताछ में खुलासा हुआ है कि ये जाली नोट पश्चिम बंगाल के फरक्का से प्राप्त किए जाते थे और फिर इन्हें अन्य राज्यों में खपाने की योजना बनाई जाती थी. पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क और उसके पीछे काम कर रहे सिंडिकेट की जांच में जुट गई है.

बता दें कि साहिबगंज जिले का उधवा, राजमहल और बड़हरवा पहले भी जाली नोटों की तस्करी को लेकर सुर्खियों में रहे हैं. यह ताजा कार्रवाई साबित करती है कि इस क्षेत्र में नकली करेंसी का नेटवर्क आज भी सक्रिय है. पुलिस का कहना है कि जल्द ही अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की जा सकती है.

Satish Sinha

मैं सतीश सिन्हा, बीते 38 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने कई अखबारों और समाचार चैनलों में रिपोर्टर के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को इमानदारी से उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले तकरीबन 6 वर्षों से मैं 'झारखंड वार्ता' से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ।

Join WhatsApp

Join Now