---Advertisement---

34 मर्डर और लूट…, दिन में लोगों के कपड़े सिलता और रात में कफन, दहला देगी ये कहानी

On: November 29, 2025 11:12 AM
---Advertisement---

छतरपुर: मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में एक बेहद शॉकिंग और दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। आदेश खामरा नामक एक खूंखार अपराधी, जो दिन में कपड़े सिलता था और रात को ट्रक ड्राइवरों को अपना शिकार बनाता था, को पुलिस ने छतरपुर लाकर गिरफ्तार किया है। वह भोपाल सेंट्रल जेल में बंद था, जहां से उसे छतरपुर पुलिस द्वारा ट्रांजिट रिमांड पर लाया गया है।

आदेश खामरा की गिरफ्तारी एक बड़े पुलिस अभियान के तहत हुई, जिसका नाम है “न्याय पथ अभियान”। पुलिस ने उसकी लंबी अपराधों की सूची के आधार पर उसे पकड़ने में सफलता हासिल की। पूछताछ के दौरान खामरा ने 34 हत्याओं का खुलासा किया है, जिनमें अधिकांश हत्याएँ ट्रक ड्राइवरों और उनके क्लीनरों की की गई थीं।

आदेश खामरा की अपराधी पृष्ठभूमि

आदेश खामरा, जो रायसेन जिले के खिरिया मोहल्ले का निवासी है, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, ओडिशा और महाराष्ट्र के विभिन्न इलाकों में घूम-घूमकर ट्रक ड्राइवरों और क्लीनरों को निशाना बनाता था। 2017 में छतरपुर जिले के मातगुंवा थाना क्षेत्र में एक ट्रक क्लीनर की हत्या और ड्राइवर पर हत्या का प्रयास करने की घटना को लेकर पुलिस ने पहले ही तुकाराम नामक आरोपी को गिरफ्तार किया था। हालांकि, आदेश खामरा उस समय फरार था।

पुलिस द्वारा सक्रिय जांच की वजह से खामरा का पता लगाया गया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस एसपी अगम जैन ने खुलासा करते हुए बताया कि न्याय पथ अभियान के तहत पुलिस ने खामरा के खिलाफ कई मामलों में कार्रवाई की और उसे न्यायालय में पेश किया।

आदेश खामरा का तरीका और मानसिकता

आदेश खामरा का अपराध करने का तरीका बेहद चौंकाने वाला था। वह भोपाल के बाहरी इलाके में एक छोटी सी दर्जी की दुकान चलाता था और दिन में सिलाई का काम करता था। रात होते ही वह ट्रक ड्राइवरों को अपना शिकार बनाता था। उसकी मानसिकता भी अजीब थी, क्योंकि उसने पुलिस के सामने स्वीकार किया कि वह ड्राइवरों और क्लीनरों की कष्टकारी जिंदगी को देखकर उन्हें मुक्ति देना चाहता था। वह अपनी गरीबी, अपमान और पिता की मारपीट को अपने अपराधों का कारण बताता था।

खामरा की गैंग और शिकार बनाने का तरीका

आदेश खामरा के गैंग में कई और लोग शामिल थे, जिनमें जयकरण, तुकाराम बंजारा, सुनील खटीक और बलजिंदर उर्फ साहब सिंह शामिल थे। खामरा अक्सर ढाबों पर ड्राइवरों से दोस्ती करता था और फिर एक कोडवर्ड का इस्तेमाल करता था, ‘भाई साहब कुछ मीठा तो खिला दो।’ इस वाक्य का अर्थ था कि शिकार जाल में फंस चुका था और अब उसे अपनी जान से हाथ धोना था। मौका मिलते ही वह ट्रक ड्राइवरों या क्लीनरों की हत्या कर देता और उनकी लाशों को फेंककर ट्रक का माल ग्वालियर में बेच देता।

हत्याओं का खुलासा

आदेश खामरा ने अपनी गिरफ्तारी के बाद 34 हत्याओं का राज खोला। 2018 में एक संदिग्ध ट्रक, जिसमें शक्कर लदी हुई थी, का जीपीएस कानपुर के पास बंद हो गया था। जब पुलिस ने मामले की जांच की, तो जयकरण नामक एक संदिग्ध पकड़ा गया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने खामरा को सुल्तानपुर (उत्तर प्रदेश) से गिरफ्तार किया।

खामरा की अपराधों की कहानी इतनी खौ़फनाक है कि बॉलीवुड निर्देशक और अभिनेता अन्नू कपूर इसके बारे में एक फिल्म बनाने की योजना बना रहे हैं। खामरा का अपराधी जीवन, उसके तरीकों और उसकी गैंग के कार्यों को लेकर यह फिल्म काफी सनसनीखेज हो सकती है।

आदेश खामरा अब भोपाल सेंट्रल जेल में बंद है, और पुलिस का कहना है कि उसके खिलाफ लंबी अपराधों की सूची है। उसकी गिरफ्तारी के बाद, यह उम्मीद जताई जा रही है कि इसके द्वारा किए गए और बाकी अपराधों की जांच भी अब सही तरीके से की जाएगी।

वर्तमान में आदेश खामरा का भविष्य सलाखों के पीछे ही तय है, और इसके अपराधों की सजा भी उसे भुगतनी होगी।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

Join WhatsApp

Join Now