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एक दिन में 5000 अश्लील मैसेज और 1000 कॉल्स, महिला डॉक्टर को परेशान करने वाला शोहदा‌ अब खाएगा जेल की हवा; जानें क्या है पूरा मामला

On: August 27, 2025 9:30 AM
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लखनऊ: राजधानी लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल की एक महिला डॉक्टर को इलाज करा चुके एक मरीज ने लंबे समय तक परेशान किया। आरोपी ने डॉक्टर को पांच हजार से अधिक अश्लील मैसेज भेजे और एक दिन में ही एक हजार से ज्यादा बार फोन कर प्रताड़ित किया। यही नहीं, डॉक्टर को मना करने पर आरोपी ने जान से मारने की धमकी दी और उन पर हमला करने का भी प्रयास किया।

डॉक्टर ने दर्ज कराई शिकायत, आरोपी जेल भेजा गया

पीड़ित डॉक्टर ने आखिरकार हिम्मत जुटाकर विभूतिखंड थाना पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी मरीज महेश तिवारी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इंस्पेक्टर सुनील कुमार सिंह ने बताया कि महेश तिवारी बस्ती जिले का रहने वाला है। वह कुछ महीने पहले लोहिया अस्पताल में भर्ती हुआ था और उसका ऑपरेशन भी हुआ था। इलाज के दौरान ही उसने किसी तरह महिला डॉक्टर का मोबाइल नंबर हासिल कर लिया था।

पीछा कर हमला करने की कोशिश

डॉक्टर ने पुलिस को बताया कि 19 अगस्त को वह ओपीडी से अपने फ्लैट लौट रही थीं। फ्लैट के बेसमेंट में लिफ्ट का इंतजार करते समय अचानक महेश वहां आ पहुंचा और पीछे से वार करने की कोशिश की। गार्ड की सतर्कता से वह बच गईं। मौके पर मौजूद गार्ड ने आरोपी को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया।

पहले भी की गई थी शिकायत

महिला डॉक्टर ने बताया कि महेश लंबे समय से उन्हें परेशान कर रहा था। उन्होंने 12 मई को महिला हेल्पलाइन 1090 पर भी शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने आरोपी को समझाया था और कुछ दिनों तक वह शांत रहा, लेकिन फिर से वही हरकतें शुरू कर दीं। आरोपी अस्पताल के ओपीडी में डॉक्टर का इंतजार करता और उनका पीछा करता था।

सुरक्षा में रहने को मजबूर

महिला डॉक्टर ने बताया कि आरोपी की हरकतों से उन्हें जान का खतरा महसूस होने लगा था। हालात यह हो गए थे कि अस्पताल से फ्लैट लौटते समय वह अपनी सुरक्षा के लिए गार्ड लेकर जाती थीं। पुलिस ने आरोपी महेश तिवारी के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

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कानपुर का “I Love Mohammad” विवाद : पोस्टर से भड़की बड़ी बहस
कानपुर शहर हाल ही में एक पोस्टर विवाद की वजह से सुर्खियों में आ गया। मामला तब शुरू हुआ जब शहर के एक इलाके में बिना अनुमति “I Love Mohammad” लिखे बैनर और पोस्टर लगाए गए। यह पोस्टर कुछ ही समय में चर्चा का विषय बन गए और कई लोगों ने इसे धार्मिक भावनाओं से जोड़कर आपत्ति जताई। विरोध बढ़ने पर पुलिस ने बैनर हटवाया और मामले की जांच शुरू की।
प्रशासन का कहना है कि यह विवाद असल में “बिना अनुमति बैनर लगाने” का है, लेकिन इसे धर्म से जोड़कर फैलाने की कोशिश की जा रही है। पुलिस ने स्पष्ट किया कि किसी भी तरह की अफवाह या नफरत फैलाने वाले काम को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और शांति व्यवस्था बनाए रखना सबसे बड़ी प्राथमिकता है।
यह विवाद कानपुर तक सीमित नहीं रहा। धीरे-धीरे इसकी आंच उन्नाव, बरेली और यहां तक कि उत्तराखंड तक पहुंच गई। वाराणसी में साधु-संतों ने इसका जवाब “I Love Mahadev” पोस्टर लगाकर दिया। इस तरह मामला एक “पोस्टर वार” में बदल गया, जिससे समाज में तनाव की स्थिति पैदा होने लगी।
मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों ने पुलिस प्रशासन से शांति बनाए रखने और किसी भी तरह की भड़काऊ गतिविधि को रोकने की अपील की। वहीं, कुछ सामाजिक संगठनों ने भी कहा कि धार्मिक आस्था का सम्मान होना चाहिए और ऐसे विवादों को बढ़ावा नहीं दिया जाना चाहिए।
यह पूरा घटनाक्रम इस बात का संकेत है कि छोटे-छोटे मुद्दे भी अगर सही समय पर नियंत्रित न किए जाएं तो वे बड़े विवाद का रूप ले सकते हैं। समाज को चाहिए कि आपसी भाईचारे और सद्भाव को बनाए रखते हुए ऐसे मामलों से दूरी बनाए।

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