Ranchi: रांची में चर्चित रेस्टोरेंट मालिक हत्या मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने मुख्य आरोपी अभिषेक सिंह, निलंबित पुलिसकर्मी हरेंद्र सिंह और एक अन्य आरोपी प्रशांत कुमार सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से अभिषेक सिंह को पुलिस मुठभेड़ में दोनों पैरों में गोली लगने के बाद इलाज के लिए राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (RIMS) में भर्ती कराया गया है।
कैसे हुआ खुलासा?
रविवार को प्रशांत कुमार सिंह की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को मुख्य आरोपी के ठिकाने की अहम जानकारी मिली। इसी आधार पर पुलिस ने कांके थाना क्षेत्र में आईटीबीपी शिविर के पास नाकेबंदी कर कार्रवाई की। ग्रामीण पुलिस अधीक्षक प्रवीण पुष्कर ने बताया कि अभिषेक सिंह अपने परिवार के साथ रांची से भागने की फिराक में था। पुलिस ने जब उसे रोकने की कोशिश की तो उसने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में पुलिस ने भी गोली चलाई और वह घायल हो गया।
निलंबित पुलिसकर्मी ने दिया था हथियार
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि अभिषेक सिंह को हथियार हरेंद्र सिंह ने उपलब्ध कराए थे, जो झारखंड पुलिस में सिपाही था लेकिन पिछले पांच वर्षों से निलंबित चल रहा था। हरेंद्र पर अरगोड़ा, गोंडा और पलामू के पाटन थाना क्षेत्रों में तीन आपराधिक मामले पहले से दर्ज हैं।
जब्त सामान और आगे की कार्रवाई
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से चार पिस्टल, 31 कारतूस, एक राइफल, दो लाख रुपये नकद, दो वाहन और चार मोबाइल फोन बरामद किए हैं। एसपी पुष्कर ने बताया कि इस मामले में कांके और पिठोरिया थानों में चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। तीन आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जबकि चौथे आरोपी अमित ठाकुर की तलाश जारी है।
क्या था मामला?
शनिवार रात रांची के एक रेस्टोरेंट में उस समय विवाद बढ़ गया जब एक शाकाहारी ग्राहक को कथित तौर पर ‘नॉनवेज बिरयानी’ परोसे जाने की बात सामने आई। इसी विवाद के बाद रेस्तरां मालिक विजय कुमार नाग (47) को गोली मार दी गई थी। घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई थी और पुलिस ने तुरंत जांच शुरू कर दी थी।
पुलिस का कहना है कि अब तक की जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर यह साफ है कि हत्या की साजिश पहले से रची गई थी और हथियारों की व्यवस्था निलंबित पुलिसकर्मी ने की थी। फिलहाल मामले की विस्तृत जांच जारी है और पुलिस चौथे आरोपी की तलाश में छापेमारी कर रही है।














