साहिबगंज: असम के कोकराझार जिले में पुलिस और उग्रवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में नेशनल संताल लिबरेशन आर्मी (NSLA) का सरगना रोहित मुर्मू उर्फ इपील मुर्मू मारा गया। यह मुठभेड़ 24 अक्टूबर की सुबह सलकुट्टी के नदनगुरी क्षेत्र में हुई।
रोहित मुर्मू लंबे समय से सुरक्षा एजेंसियों के लिए सिरदर्द बना हुआ था। रोहित मुर्मू ढेर होने से झारखंड की पुलिस ने राहत की सांस ली है। झारखंड के साहिबगंज के DSP विजय कुशवाहा ने पुष्टि करते हुए कहा कि रोहित मुर्मू पर बम विस्फोट, अपहरण, रंगदारी और हत्या जैसे कई संगीन मामलों में 15 से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज थे। रोहित ने बोरियो, बरहेट, मिर्जाचौकी और नगर थाना क्षेत्र सहित दर्जनों इलाकों में दहशत मचा रखी थी।
बम धमाके के बाद हुई मुठभेड़
पुलिस के अनुसार, 23 अक्तूबर की रात रोहित मुर्मू और उसके करीब 10 साथियों ने अलीपुर डिवीजन के सलकुट्टी और कोकराझार स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक को बम से उड़ा दिया था। धमाके के बाद सभी उग्रवादी पहाड़ों की ओर भाग निकले थे। इसके बाद पुलिस ने पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया था।
सर्च अभियान के दौरान 24 अक्टूबर की सुबह पुलिस की टीम ने नदनगुरी इलाके में घेराबंदी की, जहां मुठभेड़ शुरू हो गई। इस दौरान रोहित मुर्मू गोली लगने से घायल हो गया, जिसे पुलिस ने इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया, लेकिन चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
हथियार और विस्फोटक बरामद
मुठभेड़ स्थल से पुलिस ने एक पिस्टल, दो ग्रेनेड, एक वोटर कार्ड और एक एटीएम कार्ड बरामद किया है। वोटर कार्ड में पता काचुगांव गरमपुर, कोकराझार (असम) का दर्ज है, जबकि एटीएम कार्ड साहिबगंज (झारखंड) के पते पर जारी हुआ था। इस मुठभेड़ में एसडीपीओ के नेतृत्व में शामिल पुलिस दल के कुछ जवान भी हल्के रूप से घायल हुए हैं।
झारखंड और असम में फैला नेटवर्क
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, रोहित मुर्मू साहिबगंज और गोड्डा जिले में कई संगीन मामलों में वांटेड था। 2020 में बोरियो के मोतीपहाड़ी में व्यवसायी अरुण साह के अपहरण और हत्या के मामले में उसका नाम प्रमुखता से सामने आया था। उसने बरहेट थाना के तत्कालीन प्रभारी हरीश पाठक पर भी गोली चलाई थी, जिसमें एएसआई चंद्राय सोरेन की मौत हो गई थी। वहीं अक्टूबर 2024 में बरहेट के रांगा गांव के पास एमजीआर रेल लाइन उड़ाने के मामले में भी वह मुख्य आरोपी था। उस घटना को लेकर एनटीपीसी के डीजीएम पीके राय ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
संताल लिबरेशन आर्मी चीफ रोहित मुर्मू असम में मुठभेड़ में ढेर, साहिबगंज-गोड्डा पुलिस को लंबे समय से थी तलाश












