मोकामा: बिहार विधानसभा चुनाव के बीच मोकामा क्षेत्र में लगातार हो रही हिंसक घटनाओं ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है। शुक्रवार को पंडारक गांव के पास महागठबंधन (राजद) प्रत्याशी और पूर्व सांसद सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी के काफिले पर अज्ञात उपद्रवियों ने हमला कर दिया।
जानकारी के अनुसार, चुनाव प्रचार के दौरान अचानक कुछ लोगों ने काफिले पर ईंट-पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। हमले में वीणा देवी की फॉर्च्यूनर गाड़ी का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया, जबकि दो अन्य वाहन भी टूट-फूट का शिकार हुए। हालांकि सुरक्षाकर्मियों ने मौके पर तत्काल प्रतिक्रिया देते हुए वीणा देवी को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया।
हमले के बाद इलाके में तनाव फैल गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने हालात नियंत्रण में किए और घटनास्थल से जुड़े सबूत जुटाए। समर्थकों का आरोप है कि यह हमला राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता की देन है, हालांकि पुलिस इसका पता लगाने में जुटी है कि हमलावर कौन थे और उनकी मंशा क्या थी।
एक दिन पहले हत्या से हिल गया था मोकामा
यह घटना उस समय हुई है जब एक दिन पहले ही मोकामा टाल क्षेत्र के तारतार गांव में जन सुराज उम्मीदवार प्रियदर्शी पीयूष के समर्थक दुलारचंद यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में जदयू उम्मीदवार अनंत सिंह सहित पांच लोगों पर एफआईआर दर्ज हुई है, जिसके बाद राजनीतिक हलचल तेज़ है।
तनाव चरम पर, प्रशासन सतर्क
लगातार दो हिंसक घटनाओं ने पूरे मोकामा क्षेत्र का माहौल बेहद गरमा दिया है। प्रशासन ने दोनों मामलों को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। चुनावी दौर में किसी भी तरह की अराजकता रोकने के लिए सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है और संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस फोर्स लगाई जा रही है।
स्थानीय सूत्रों का कहना है कि क्षेत्र में गुटीय राजनीति और पुराने रंजिश के चलते हालात और तनावपूर्ण होते जा रहे हैं। प्रशासन ने लोगों से अफवाहों से दूर रहने और शांति बनाए रखने की अपील की है।
मोकामा में राजनीतिक प्रतिस्पर्धा और हिंसक झड़पों का ये सिलसिला चुनावी माहौल को गंभीर रूप से प्रभावित कर रहा है, और सभी की निगाहें अब कानून-व्यवस्था एवं चुनाव आयोग की कार्रवाई पर टिकी हैं।
मोकामा में राजद प्रत्याशी वीणा देवी पर जानलेवा हमला, तनाव चरम पर













