बोकारो: जिले में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए अंतरराज्यीय नकली विदेशी शराब निर्माण गिरोह का भंडाफोड़ किया है। झारखंड एटीएस, बिहार मद्य निषेध इकाई और चिरा चास थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने यह छापेमारी नंदुआ स्थित एक मकान पर की, जहां करकट से बने घर में बड़े पैमाने पर नकली विदेशी शराब तैयार की जा रही थी।
एसडीपीओ पी.के. सिंह ने बताया कि अभियान के दौरान 11 आरोपियों को मौके से ही गिरफ्तार किया गया। छापेमारी में 17 लाख रुपये मूल्य की अवैध विदेशी शराब, 1563 लीटर तैयार शराब, 360 लीटर स्प्रिट, दो पैकिंग मशीनें, 10 चार पहिया वाहन, 3 दो पहिया वाहन, 9 मोबाइल जब्त किए गए हैं। इनमें ऑडी, वरना, सफारी, स्कॉर्पियो और फोर्ड एंडेवर जैसी गाड़ियां शामिल हैं, जिनका उपयोग शराब की सप्लाई में किया जाता था।
कैसे बनाते थे नकली विदेशी शराब?
जांच में पता चला है कि गिरोह सस्ते स्प्रिट में फ्लेवर और रंग मिलाकर नकली विदेशी ब्रांड तैयार करता था। इसके बाद इन्हें बोतलों में पैक कर अलग-अलग ब्रांड के लेबल लगाए जाते थे। पकड़े गए आरोपियों के पास से शराब निर्माण के उपकरण, खाली बोतलें, कैप, स्टिकर और पैकिंग सामग्री भी मिली है।
बिहार तक फैला नेटवर्क
पुलिस के अनुसार यह गिरोह झारखंड के साथ-साथ बिहार के कई जिलों में सप्लाई करता था, जहां शराबबंदी लागू है। इसके बावजूद यह नेटवर्क बड़े पैमाने पर नकली विदेशी शराब पहुंचा रहा था।
गिरफ्तार आरोपी
पकड़े गए आरोपियों में सौरभ कुमार सिंह, शिवजी गुप्ता, गणेश गोराई, रितेश कुमार सिंह, उत्तम गोराई, संजीव कुमार, रोहित कुमार, बजरंग स्वर्णकार, विकास कुमार, सन्नी कुमार और चंदन कुमार सिंह शामिल हैं।
मुख्य सरगना फरार
इस पूरे रैकेट का मुख्य आरोपी गोपाल सिंह बताया जा रहा है, जो छापेमारी के दौरान फरार हो गया। उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी जारी है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही सरगना भी गिरफ्त में होगा और नेटवर्क के अन्य सदस्यों की भी पहचान की जा रही है।
पुलिस इस कार्रवाई को हाल के वर्षों की सबसे बड़ी सफलता मान रही है। अधिकारियों का कहना है कि इस ऑपरेशन के बाद नकली विदेशी शराब के एक बड़े तस्करी मॉड्यूल को ध्वस्त किया ।
बोकारो में अवैध शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़, 11 गिरफ्तार; 17 लाख की शराब जब्त














