मेदिनीनगर (पलामू): जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त समीरा एस एवं उप विकास आयुक्त जावेद हुसैन ने शुक्रवार को वन स्टॉप सेंटर (सखी केंद्र) का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने सेंटर के रख-रखाव, उपस्थिति पंजी, आश्रित बालिकाओं की स्थिति, स्वच्छता एवं स्वास्थ्य सेवाएं, भोजन और पेयजल की गुणवत्ता सहित कई बिंदुओं की विस्तार से समीक्षा की।
उपायुक्त ने जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) को निर्देश दिया कि बालिकाओं को उचित शिक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से उनका कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में नामांकन सुनिश्चित किया जाए। साथ ही उन्होंने वन स्टॉप सेंटर के अधिकाधिक प्रचार-प्रसार पर भी बल दिया।
निरीक्षण के दौरान केंद्रीय प्रशासक ने बताया कि सखी वन स्टॉप सेंटर न केवल महिलाओं को न्याय दिलाने का कार्य कर रहा है, बल्कि परिवारों के रिश्तों को बचाने में भी सहायक सिद्ध हो रहा है। बीते 7 वर्षों में लगभग 460 मामलों का निष्पादन किया गया है, जिनमें घरेलू हिंसा, दहेज प्रताड़ना, साइबर क्राइम, यौन शोषण, बाल विवाह, डायन बिसाही जैसे प्रकरण शामिल हैं।
प्रशासक ने यह भी बताया कि प्रत्येक मामले का फॉलो-अप किया जाता है तथा सेंटर के माध्यम से कानूनी सहायता के साथ पारिवारिक विवादों के समाधान का भी प्रयास किया जाता है। महिला हेल्पलाइन 181 पर प्राप्त शिकायतों में से 90 से अधिक मामलों का निष्पादन किया जा चुका है।
इस अवसर पर सामाजिक सुरक्षा के सहायक निदेशक नीरज कुमार, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी नीता चौहान, तथा सीडब्ल्यूसी के सदस्यगण उपस्थित थे।
पलामू: डीसी ने वन स्टॉप सेंटर का किया औचक निरीक्षण, कस्तूरबा गांधी विद्यालय में बालिकाओं का नामांकन कराने के दिए निर्देश













