श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर से लेकर उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली तक सुरक्षा एजेंसियों में उस समय हड़कंप मच गया जब फरीदाबाद से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद हुए और इसी बीच दिल्ली में ब्लास्ट की घटना सामने आई। इस घटनाक्रम ने देशभर में सक्रिय एक सफेदपोश आतंकी नेटवर्क की परतें खोल दीं। कश्मीर पुलिस ने भी व्हाइट कॉलर से जुड़े एक बड़े आतंकी मॉड्यूल के उजागर होने की पुष्टि की है। इसी बीच जांच की बागडोर एनआईए ने भी संभाल ली है।
उमर अब्दुल्ला ने खोला बड़ा राज
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस पूरे मामले पर एक बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि दिल्ली में हुई आतंकी साजिश का पर्दाफाश किसी खुफिया इनपुट से नहीं, बल्कि एक धोखा खाई युवती की शिकायत से हुआ।
उमर अब्दुल्ला के अनुसार, सुरक्षा एजेंसियों को साजिश के बारे में कोई पूर्व सूचना नहीं थी। उन्होंने कहा कि उन्हें दिल्ली विस्फोट की जानकारी अखबारों के माध्यम से मिली और यह भी पता नहीं था कि जांच किस दिशा में जा रही है।
सीएम ने बताया कि उन्हें एक दिलचस्प लेकिन अनौपचारिक किस्सा लोगों के बीच हो रही बातचीत के जरिए पता चला। इसी किस्से से दिल्ली साजिश के खुलासे की शुरुआत समझ में आती है।
जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर और एक लड़की की शिकायत से खुला राज
उमर अब्दुल्ला ने बताया कि श्रीनगर में कुछ इलाकों में जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर लगाए गए थे। पुलिस इस मामले में संदिग्धों की तलाश कर रही थी। इसी दौरान एक युवती पुलिस स्टेशन पहुंची और उसने बताया कि वह पोस्टर लगाने वाले युवक को जानती है।
युवती ने पुलिस को बताया कि पोस्टर लगाने वाला वही युवक है जिसने उसे धोखा दिया था और वह उससे बदला लेना चाहती थी। उसने युवक का ठिकाना और दूसरी जानकारी पुलिस को सौंप दी।
पुलिस ने बताए गए युवक को पकड़ा और पूछताछ की तो मामला और गहरा होता चला गया। युवक ने बताया कि इस नेटवर्क में वह अकेला नहीं है और इसमें एक मौलवी भी शामिल है। मौलवी को हिरासत में लेने के बाद डॉक्टरों के एक बड़े नेटवर्क का नाम सामने आया, जिसके जरिए यह मॉड्यूल कई राज्यों तक फैला हुआ था।
जांच एजेंसियां सुरागों का पीछा करते हुए हरियाणा के फरीदाबाद पहुंचीं, जहां बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री मिली। इसी बीच दिल्ली में ब्लास्ट की घटना हो गई, जिसमें 10 नवंबर को 15 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हुए। इस घटना को लेकर खुलासा हुआ कि देशभर के कई डॉक्टरों से जुड़ा एक सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल इस साजिश का हिस्सा था। जांच अभी भी जारी है और कई कड़ियां एक-दूसरे से जुड़ती जा रही हैं।
हर कश्मीरी आतंकवादी नहीं : उमर अब्दुल्ला
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस हमले की कड़ी निंदा की और कहा कि किसी भी धर्म में निर्दोष लोगों की हत्या को जायज़ नहीं ठहराया जा सकता। उन्होंने स्पष्ट किया, जम्मू-कश्मीर का हर निवासी आतंकवादी नहीं है। कुछ मुट्ठीभर लोग ही यहां की शांति और सौहार्द को बिगाड़ते हैं। लेकिन जब हम पूरे समुदाय को एक ही नजर से देखते हैं, तो वास्तविक जीवन में शांति बहाल करना मुश्किल हो जाता है।
उमर ने केंद्र शासित प्रदेश मॉडल की भी आलोचना की और कहा कि ऐसी घटनाएं साबित करती हैं कि सुरक्षा ढांचे में कई खामियां हैं, जिन्हें तुरंत ठीक करने की जरूरत है।
प्यार में धोखा खाई युवती की शिकायत से दिल्ली ब्लास्ट और आतंकी डॉक्टर्स मॉड्यूल का हुआ पर्दाफाश : उमर अब्दुल्ला














