नई दिल्ली: दिल्ली के रामलीला मैदान में रविवार को आयोजित कांग्रेस की ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ रैली उस समय विवादों में घिर गई, जब सोशल मीडिया पर रैली से जुड़े कई वीडियो वायरल हुए। इन वीडियो में कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रैली स्थल की ओर जाते समय ‘मोदी तेरी कब्र खुदेगी’ जैसे आपत्तिजनक नारे लगाते हुए सुना जा सकता है। वीडियो सामने आने के बाद राजनीतिक गलियारों में तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं।
इस नारेबाजी को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला है। बीजेपी के राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि इस घटना ने एक बार फिर पार्टी का असली चरित्र उजागर कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नफरत फैलाने और उनकी मृत्यु की कामना करने जैसी मानसिकता दिखा रहे हैं।
कांग्रेस की सोच मुस्लिम लीग और माओवादी मानसिकता वाली – त्रिवेदी
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस की सोच अब पूरी तरह से मुस्लिम लीग और माओवादी मानसिकता को दर्शाने लगी है। उन्होंने दावा किया कि यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी या उनके परिवार के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया हो। इससे पहले भी कांग्रेस नेताओं पर प्रधानमंत्री और उनकी मां के अपमान का आरोप लगता रहा है।
बीजेपी सांसद ने कहा, जो पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए कब्र खोदने की बात करती है, वह खुद राजनीतिक रूप से दफन हो जाएगी।
राहुल गांधी के नेतृत्व पर सवाल
त्रिवेदी ने कांग्रेस नेतृत्व, खासकर राहुल गांधी, पर भी सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस का भविष्य बेहद अंधकारमय है। बीजेपी नेता ने ऐतिहासिक उदाहरण देते हुए मुगल साम्राज्य की तुलना कांग्रेस से की।
उन्होंने कहा कि मुगल साम्राज्य में बाबर, हुमायूं, अकबर, जहांगीर, शाहजहां और औरंगजेब कुल छह शासकों ने शासन किया और छठी पीढ़ी के बाद मुगल साम्राज्य का पतन हो गया। इसी तरह कांग्रेस पर भी नेहरू परिवार की कई पीढ़ियों ने शासन किया है।
नेहरू परिवार की छठी पीढ़ी में कांग्रेस का अंत का दावा
सुधांशु त्रिवेदी के अनुसार कांग्रेस में सत्ता और नेतृत्व लंबे समय से एक ही परिवार के इर्द-गिर्द घूमता रहा है। उन्होंने गिनाते हुए कहा कि मोतीलाल नेहरू, जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और सोनिया गांधी के बाद अब राहुल गांधी छठे नेता हैं, जो पार्टी की कमान संभाले हुए हैं।
बीजेपी नेता ने कहा, राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस का वही हश्र होने वाला है, जो औरंगजेब के बाद मुगल साम्राज्य का हुआ। इसके बाद कांग्रेस का नाम सिर्फ इतिहास के पन्नों में रह जाएगा।
कांग्रेस की चुप्पी, बढ़ता सियासी घमासान
इस पूरे विवाद पर कांग्रेस की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। हालांकि सोशल मीडिया पर यह मुद्दा तेजी से तूल पकड़ रहा है और दोनों दलों के समर्थक आमने-सामने हैं। बीजेपी जहां इसे कांग्रेस की नकारात्मक और हिंसक मानसिकता बता रही है, वहीं कांग्रेस समर्थक इसे राजनीतिक साजिश करार दे रहे हैं।
कुल मिलाकर, दिल्ली की इस रैली से उठा विवाद आने वाले दिनों में और गहराने के संकेत दे रहा है, जिससे सियासी माहौल और अधिक गरमाने की संभावना है।













