लातेहार: जिले से एक बेहद दर्दनाक और झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। जंगली हाथियों के झुंड ने एक 21 वर्षीय युवक को कुचलकर उसकी जान ले ली। यह हादसा बलूमाथ थाना क्षेत्र के भैसाडोन गांव में रविवार देर रात हुआ, जब युवक शौच के लिए घर से बाहर निकला था।
मृतक की पहचान भैसाडोन गांव निवासी आर्यन लोहरा के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि रात का अंधेरा होने के कारण युवक को इलाके से गुजर रहे हाथियों के झुंड का अंदाजा नहीं लग सका और वह सीधे उनके सामने आ गया। देखते ही देखते हाथियों ने उसे अपने चपेट में ले लिया और कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, रविवार रात क्षेत्र से 10 से 12 जंगली हाथियों का एक झुंड गुजर रहा था। इसी दौरान आर्यन गांव के बाहर निकला और अचानक हाथियों के सामने आ गया। हाथियों ने भी खतरा महसूस करते हुए उस पर हमला कर दिया।
घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग और बलूमाथ थाना पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। काफी मशक्कत के बाद शव को बरामद किया गया और पुलिस को सौंपा गया। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। युवक की असमय मौत से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
वन विभाग की ओर से पीड़ित परिवार को तत्काल राहत के तौर पर 40 हजार रुपये की सहायता राशि दी गई है। अधिकारियों ने बताया कि सरकारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद शेष मुआवजा राशि भी जल्द प्रदान की जाएगी। उल्लेखनीय है कि झारखंड में हाथी हमले में मौत होने पर चार लाख रुपये मुआवजा देने का प्रावधान है।
इस घटना के बाद गांव में भारी आक्रोश देखने को मिला। ग्रामीणों का कहना है कि इस इलाके में हाथियों की आवाजाही लंबे समय से बनी हुई है, जिससे हर वक्त जान का खतरा रहता है। उन्होंने वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि हाथियों की मौजूदगी की जानकारी होने के बावजूद समय रहते न तो अलर्ट जारी किया गया और न ही निगरानी व्यवस्था मजबूत की गई।
ग्रामीणों ने मांग की है कि हाथियों के झुंड को गांव से दूर रखने के लिए ठोस और स्थायी समाधान निकाला जाए, ताकि भविष्य में ऐसी दर्दनाक घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। साथ ही, प्रभावित इलाकों में रात्रि गश्त, अलर्ट सिस्टम और ग्रामीणों को समय पर सूचना देने की व्यवस्था मजबूत करने की भी मांग उठाई गई है।
लातेहार: हाथियों के झुंड ने युवक को कुचला, मौत














