धनबाद: जिले के केंदुआडीह इलाके में बीसीसीएल की बंद पड़ी कोयला खदान से हो रहा जहरीली गैस का रिसाव थमने का नाम नहीं ले रहा है। हालात लगातार गंभीर होते जा रहे हैं। गैस रिसाव की वजह से अब तक तीन लोगों की जान जा चुकी है, जिससे पूरे इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है। तीसरे मृतक की पहचान 40 वर्षीय सुरेंद्र सिंह के रूप में हुई है, जो जनता मजदूर संघ से जुड़े रहे थे। बताया जा रहा है कि सोमवार (29 दिसंबर) की देर शाम सुरेंद्र सिंह अपने घर पर थे, तभी अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। परिजन उन्हें आनन-फानन में एसएनएमएमसीएच अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां इलाज के दौरान मंगलवार अहले सुबह उनकी मौत हो गई।
घटना की सूचना मिलते ही इलाके में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग जमा हो गए। आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम करने की कोशिश की, हालांकि पुलिस की तत्परता से हालात को संभाल लिया गया और लोगों को शांत कराया गया। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि गैस रिसाव रोकने के नाम पर सिर्फ औपचारिकता निभाई जा रही है। अब तक कुल छह बोरिंग होल किए गए हैं, लेकिन उनमें से केवल दो में ही नाइट्रोजन भरी गई है, जिससे कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया है।
प्राथमिक तौर पर सुरेंद्र सिंह की मौत की वजह जहरीली गैस, विशेष रूप से कार्बन मोनोऑक्साइड, मानी जा रही है। हालांकि प्रशासन का कहना है कि मौत के कारणों की आधिकारिक पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगी।
झरिया की विधायक रागिनी सिंह और पूर्व विधायक संजीव सिंह ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर उन्हें भरोसा दिलाया। इस दौरान संजीव सिंह ने बताया कि पीबी एरिया के जीएम जी.के. मेहता से बातचीत के बाद ऑफिसर्स कॉलोनी में ही आवास उपलब्ध कराने पर सहमति बन गई है। उन्होंने आगे कहा कि बीसीसीएल के वरीय अधिकारियों से भी सकारात्मक वार्ता हुई है, जिसमें 12 दिनों के भीतर किसी उपयुक्त संस्थान में मृतक की विधवा को स्थायी नियोजन देने पर सहमति जताई गई है। पीड़ित परिवार को हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया गया है।
गौरतलब है कि केंदुआडीह क्षेत्र में पिछले 15 दिनों से अधिक समय से जहरीली गैस का रिसाव जारी है। बीसीसीएल प्रबंधन और जिला प्रशासन लगातार स्थिति को काबू में करने की कोशिश में जुटा हुआ है, लेकिन अब तक कोई प्रभावी और स्थायी समाधान सामने नहीं आ सका है। आज भी इलाके में तेज दुर्गंध के साथ गैस का रिसाव हो रहा है, जिससे लोगों के बीमार पड़ने और मौतों का सिलसिला बढ़ता जा रहा है।
स्थिति इतनी गंभीर हो चुकी है कि हजारों की आबादी पर विस्थापन का खतरा मंडराने लगा है। हालांकि बीसीसीएल की ओर से प्रभावित लोगों के लिए सेल्टर हाउस बनाए गए हैं और खतरे वाले इलाकों के लोगों को वहां शिफ्ट किया गया है। केंदुआडीह थाना क्षेत्र के राजपूत बस्ती, मस्जिद मोहल्ला, 5 नंबर क्षेत्र सहित कई इलाकों में लगातार गैस रिसाव की शिकायतें सामने आ रही हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि गैस की वजह से सिरदर्द, उल्टी, आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। लोग भय और अनिश्चितता के माहौल में जीने को मजबूर हैं। क्षेत्रवासियों ने प्रशासन और बीसीसीएल प्रबंधन से जल्द से जल्द स्थायी समाधान निकालने की मांग की है, ताकि आगे किसी और की जान न जाए।














