वाॅटरवेज की भूमि पर गाड़े गए पिल्लड़ के खिलाफ नही हुई कार्रवाई, मामले पर जल्द कार्रवाई होगी – अंचलाधिकारी
डंडाई (गढ़वा):- प्रखंड मुख्यालय स्थित डंडाई गांव के वॉटरवेज की भूमि पर अवैध तरीके से गाड़े गए पिल्लड़ों के खिलाफ अब तक किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं हुई । जबकि अंचलाधिकारी चोनाराम हेम्ब्रम और अंचल निरीक्षक राजेंद्र यादव के द्वारा दीपावली और छठ महा पर्व के बाद उसके खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही गई थी । मामले पर पदाधिकारियों की सक्रियता नहीं होने से गांव घर में तरह-तरह की चर्चाएं होना शुरू हो गया है। ग्रामीण नंदू यादव, सुनील यादव, आफताब आलम, छोटन यादव, विरजन राम इत्यादि ग्रामीणों का कहना है कि काश सांठगांठ के तहत तो नहीं गांव के अठारहा समूह के द्वारा वॉटरवेज की भूमि पर सीमेंट युक्त पिल्लड़ को गड़ा गया है। अगर ऐसा नहीं होता तो बलपूर्वक जेसीबी के सहारे उक्त भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने वाले पदाधिकारी पिल्लड़ों के खिलाफ चुप नहीं बैठते। समाचार पत्र में छपी खबर का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि पदाधिकारीयों के द्वारा दीपावली व छठमहापर्व के बाद मामले के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही गई थी। उन्होंने कहा कि दीपावली और छठ महापर्व को बीते लगभग सप्ताह दिन का समय गुजर गया लेकिन उस और न तो अंचल अधिकारी की सक्रियता देखी गई और ना ही अंचल निरीक्षक की। साथ ही कहा कि बीते महीना दिन पूर्व नक्शा का अवलोकन कर अंचल निरीक्षक राजेंद्र यादव, राजस्व कर्मचारी इंडेश्वर बैठा और भू मापी अमीन ठाकुर जी की संयुक्त कार्रवाई के दौरान वॉटरवेज की 90 डिसमिल भूमि को पूरी तरह अति क्रमण मुक्त कराया गया था। साथ ही उस पर पूर्व से स्थापित कई तरह के ठेला गुमटी के अलावा अन्य तरह की दुकानों को भी उनके द्वारा बलपूर्वक हटा दिया गया था। उधर वॉटरवेज की भूमि के साथ-साथ गांव के अन्य भूमि की जानकारी रखने वाले निजी अमीन बलिराम ने बताया कि वॉटरवेज की 90 डिसमिल भूमि सीधे तौर पर नक्शे पर अंकित है जो खाता 1088 और 1506 में निहित है। उन्होंने कहा कि उक्त खाता के जमीन की खरीदारी करने से कई वर्ष पहले ही वॉटरवेज की भूमि सरकारी नक्शे पर देखा जा रहा है जिसे आज भी देखा जा सकता है। वॉटरवेज की भूमि पर गाड़े गए सीमेंट युक्त पिल्लड़ों के सवाल पर उन्होंने कहा कि महीना दिन पूर्व अंचल कर्मियों के संयुक्त कार्रवाई के दौरान वॉटरवेज की पूरी भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया गया था। उसके बाद गांव के लोगों के द्वारा उसे अपना बता उस पर सीमेंट की पिल्लड़ गाड़ दिया गया है। उन्होंने कहा कि पदाधिकारी के द्वारा उक्त पिल्लड़ के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है या एक बड़ा सवाल बन गया है।
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