शहर में हिंदी पत्रकारिता के जनक राधेश्याम अग्रवाल नहीं रहे,शोक की लहर
जमशेदपुर: शहर में हिंदी पत्रकारिता के जनक राधेश्याम अग्रवाल शनिवार की सुबह हृदय गति रुक जाने के कारण अपनी अनंत यात्रा पर निकल गए। उनके निधन पर शोक की लहर दौड़ गई है। शोक व्यक्त करने वालों का तांता लग गया है।
वे अपने पीछे छोड़ गए हैं चार से ज्यादा दशक तक अपनी निर्भीक, स्पष्ट और बेलाग पत्रकारिता की गौरवशाली विरासत. हिंदी दैनिक ‘उदित वाणी’ के प्रकाशन की शुरूआत के साथ शहर में हिंदी पत्रकारिता का बीज बोकर उसे पुष्पित और पल्लवित कर विशाल वटवृक्ष का रूप देने वाले संस्थापक संपादक राधेश्याम अग्रवाल का शनिवार की सुबह निधन हो गया।
प्रेरणास्रोत के रूप में याद किया जायेंगे राधेश्याम अग्रवाल: रघुवर
पप्पू के अनुसार, वे ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि उनकी आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें परिवार, संबंधी और शुभचिंतकों को दुख सहने की शक्ति दे।
- Advertisement -