कोलकाता: केजी कर अस्पताल में ट्रेनी महिला डॉक्टर का रेप और फिर उसकी हत्या के बाद लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इसी क्रम में मंगलवार को हावड़ा स्थित सचिवालय नबन्ना तक लोग मार्च निकाल रहे हैं। आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे छात्रों को पुलिस ने रोका लेकिन छात्र आगे बढ़ते रहे और उन्होंने बैरिकेडिंग तोड़ दी। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। आंसू गैस के गोले भी दागे गए। पुलिस की कार्रवाई में दर्जनों प्रदर्शकारियों के घायल होने की खबर है। राज्य सचिवालय नबन्ना के पास BNS की धारा 163 (CrPC की धारा 144) लगा दी गई है।
सचिवालय का घेराव करने के लिए लोग हावड़ा ब्रिज तक पहुंच गए थे। यहां लोगों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए पुलिस ने वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया। लोगों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया जिसके बाद लोगों ने सुरक्षाकर्मियों पर पथराव करना शुरू किया। पुलिस की सख्ती के बावजूद छात्र एवं लोग ब्रिज से पीछे नहीं हटे। लोग आगे बढ़ने के लिए डटे हैं जबकि पुलिस वॉटर कैनन का इस्तेमाल करते हुए उन्हें आगे बढ़ने से रोक रही है। मार्च को देखते हुए ममता सरकार ने कोलकाता एवं हावड़ा को किले में तब्दील कर दिया है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस एवं सुरक्षाकर्मियों की तैनाती हुई है। यह मार्च नबन्ना तक नहीं पहुंचे इसके लिए ममता सरकार ने सड़कों पर जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाई है। कंटेनर लगाए गए हैं और करीब 6 हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।