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बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान को भारत के सभी नागरिकों द्वारा समर्थित करने की आवश्यकता : डीसी

On: March 1, 2025 3:35 AM
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गढ़वा: निलाम्बर पीताम्बर बहुद्देशीय  सांस्कृतिक भवन, टाउन हॉल, गढ़वा में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अंतर्गत सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त शेखर जमुआर ने की। इस अवसर पर उपायुक्त श्री जमुआर का स्वागत पौधा देकर एवं स्कूली छात्राओं द्वारा स्वागत गीत गाकर किया गया तथा उपायुक्त समेत मंचासीन अन्य पदाधिकारियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। कार्यक्रम में उपायुक्त श्री जमुआर ने कहा की बेटी, बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा हमारे देश में सार्थक हो रहा है। विभिन्न क्षेत्रों में देश की बेटियां अपनी सहभागिता निभा रही हैं तथा देश के विकास में बढ़ चढ़कर  समान रूप से सहयोग कर रही हैं। उन्होंने कहा की बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के नारा की आवश्यकता अब नहीं होनी चाहिए बल्कि यह सभी के जेहन में होना चाहिए कि बेटा बेटी एक समान है। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान पूरी तरह से लड़की की समस्या को हल नहीं कर सकता, इसे भारत के सभी नागरिकों द्वारा समर्थित करने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसे 2015 में शुरू किया गया था। इसका उद्देश्य बालिकाओं को सुरक्षा और शिक्षा प्रदान करना है, साथ ही समाज में लिंग भेदभाव और सांस्कृतिक पूर्वाग्रह को समाप्त करना है। इस अभियान का महत्व आज के समय में और बढ़ गया है, जब बेटियों को बराबरी के अधिकार मिल रहे हैं। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का उद्देश्य छात्रों को लैंगिक समानता और बालिकाओं के अधिकारों के प्रति जागरूक करना है। इससे यह समझने में मदद करता है कि लड़कियों को शिक्षा और सुरक्षा देना क्यों जरूरी है और समाज में इसका क्या सकारात्मक प्रभाव हो सकता है। इस दौरान उन्होंने देश के विकास में योगदान करने वाली कई मातृ शक्तियों का उदाहरण देकर बालिकाओं को अच्छी शिक्षा ग्रहण कर देश के विकास में समान रूप से सहयोग करने की अपील की। मौके पर उपस्थित पुलिस उपाधीक्षक यशोधरा ने भी बालिकाओं को सशक्त करने एवं उच्च शिक्षा प्राप्त करने की बात कही। उन्होंने कहा कि इस योजना का मकसद, लिंगानुपात में सुधार लाना और महिलाओं के सशक्तीकरण को बढ़ावा देना है।

कार्यक्रम में उपस्थित बालिकाओं से उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में लड़कियां ज्यादातर सोशल मीडिया पर भी अपना समय बिताती हैं जो कि गलत है। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ नारा को और भी सार्थक बनाने की दिशा में बालिकाओं को कार्य करना चाहिए। इसके लिए उन्हें उच्च शिक्षा प्राप्त करते हुए रोजगार निर्माण कर अपने पैरों पर खड़े होने की आवश्यकता है। देश के कई महत्वपूर्ण पदों पर महिलाएं काबिज हैं तथा अपने माता-पिता के साथ-साथ देश का भी नाम रोशन करने का कार्य कर रही हैं। इस योजना के तहत, बालिकाओं को शोषण से बचाया जाता है और उन्हें सही-गलत के बारे में बताया जाता है। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना समाज में बिना किसी लिंग भेद के सामान्य जीवन जीने के लिए जन्म अधिकारों का समर्थन करने के लिए है। इस कार्यक्रम में पेंटिंग, डांसिंग, सिंगिंग, स्पीच, एसे राइटिंग समेत कई प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया था। बेटी बचाओ, बेटी पढाओ  योजना के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में जिला में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं एवं उनके माता-पिता को, प्रथम बालिका जन्नी माता को एवं प्रतियोगिता में विजेता बालिकाओं को सम्मानित करने का कार्य किया गया।

उक्त मौके पर जिला समाज कल्याण पदाधिकारी प्रमेश कुशवाहा, विभिन्न प्रखंडों के सीडीपीओ, महिला पर्यवेक्षिका समेत बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं एवं उनके माता-पिता आदि उपस्थित थे।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

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