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गिरिडीह:सनसनीखेज वारदात,पिता ने तीन बच्चों की हत्या की खुद फंदे से झूला!मचा हड़कंप

On: March 16, 2025 6:45 AM
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गिरिडीह :गिरिडीह जिले के पीरटांड़ थाना क्षेत्र के महेशलिट्टी गांव में उस वक्त सनसनी मच गई जब एक ही परिवार के चार लोगों का शव घर में मिला है। मृतकों की पहचान सनाउल और उसके तीन बच्चों के रूप में हुई है। पुलिस ने आशंका व्यक्त की है कि सनाउल ने ही अपने तीनों बच्चों की हत्या करके खुद फांसी पर लटक गया। उसका शव फंदे से झूलता हुआ पाया गया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार सुबह ग्रामीणों ने सनाउल (36) और उसके तीन बच्चों के शव उसके घर में देखे, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। मृतकों में सनाउल के अलावा उसकी 12 वर्षीय बेटी आफरीन, आठ वर्षीय बेटा सफाउल और छह वर्षीय बेटी जेबा नाज शामिल हैं।

बताया जाता है कि सनाउल राजमिस्त्री का काम करता था और घर में ही राशन व कपड़ों की एक छोटी दुकान भी चलाता था। बताया जा रहा है कि उसकी पत्नी दो दिन पहले अपने मायके हरलाडीह के जमदहा गांव गई थी। घटना की जानकारी मिलते ही वह रविवार सुबह अपने ससुराल पहुंची।

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी। एसडीपीओ सुमित कुमार ने स्वजनों के बयान दर्ज किए हैं। पुलिस का कहना है कि अब तक आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है। हालांकि, कुछ घरेलू विवाद की आशंका जताई जा रही है।

रांची से फॉरेंसिक टीम रवाना

फिलहाल, चारों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। रांची से फॉरेंसिक टीम भी खुखरा के लिए रवाना हो चुकी है। एसडीपीओ ने बताया कि है पोस्टमार्टम रिपोर्ट से कई अहम जानकारियां सामने आ सकती हैं, जिससे मौत के असली कारणों का पता चलेगा।

इस घटना के बाद पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है। ग्रामीणों को यकीन नहीं हो रहा है कि सनाउल ने इतनी भयावह वारदात को कैसे अंजाम दिया। लोग यही सवाल कर रहे हैं कि आखिर वह इतनी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए मजबूर क्यों हुआ?

पुलिस हर पहलू को ध्यान में रखते हुए मामले की जांच कर रही है, ताकि इस रहस्यमय घटना की असली वजह सामने आ सके।

Satish Sinha

मैं सतीश सिन्हा, बीते 38 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने कई अखबारों और समाचार चैनलों में रिपोर्टर के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को इमानदारी से उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले तकरीबन 6 वर्षों से मैं 'झारखंड वार्ता' से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ।

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