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रांची: अनिल टाइगर की हत्या की प्लानिंग कोलकाता में बनी, 10 एकड़ जमीन बना काल

On: April 10, 2025 4:39 PM
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रांची: अनिल टाइगर हत्याकांड की गुत्थी रांची पुलिस ने सुलझा ली है। इस मामले में रांची पुलिस ने पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में पुन्दाग, जगरनाथपुर निवासी अमन सिंह, पुरानी रांची कोतवाली निवासी जिसान अख्तर उर्फ जिसु, किशोरगंज का मनिष चौरसिया, हिन्दपीढ़ी सेकेण्ड स्ट्रीट निवासी अजय कुमार रजक उर्फ गोलु और I.S.M चौक पुन्दाग निवासी रोहित वर्मा शामिल हैं।

उक्त जानकारी डीआईजी सह एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने प्रेसवार्ता में पत्रकारों को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अनिल टाइगर की हत्या की योजना कोलकाता में बनी थी। मुख्य साजिशकर्ता देवब्रत नाथ शाहदेव ने अनिल के हत्या की सुपारी सूरज सिन्हा को दी थी। फिर सूरज ने कोलकाता में पूरी योजना अमन सिंह और रोहित वर्मा के साथ मिलकर तैयार की। इसके एवज में दोनों शूटर को दो लाख रुपये भी ऑनलाईन ट्रांसफर किया था।

अनुसंधान में यह सामने आया है कि अनिल टाइगर और देवव्रत नाथ शाहदेव के बीच चामगुरु मौजा की 10 एकड़ विवादित भूमि को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। अनिल महतो ने ग्रामीणों के सहयोग से इस जमीन पर देवव्रत के कब्जे का लगातार विरोध किया था, जिससे देवव्रत क्षुब्ध था। अगस्त 2023 में जबरन भूमि पर दीवार खड़ी करने के प्रयास को अनिल महतो ने रोका था। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच बैठकें भी हुईं, लेकिन कोई समाधान नहीं निकल पाया। दिसंबर 2023 में एक बैठक के दौरान अनिल टाइगर ने प्रति डिसमिल 50 हजार की मांग रखी थी, जिसे लेकर विवाद बढ़ा और कथित रूप से देवव्रत ने पिस्टल तक तान दी थी। इसके बाद देवव्रत नाथ शाहदेव ने विवादित भूमि पर संसदीय मद से एप्रोच रोड बनवाने की योजना बनाई थी। जब रांची के सांसद शिलान्यास के लिए वहां पहुंचे, तो अनिल टाइगर ने इसका विरोध किया. विरोध के चलते सांसद को कार्यक्रम रद्द कर वापस लौटना पड़ा, जिससे देवव्रत और भी नाराज हुआ। SIT की रिपोर्ट के अनुसार, देवव्रत ने अनिल टाइगर को रास्ते से हटाने के लिए रांची के अपराधी अभिषेक सिन्हा उर्फ सूरज सिन्हा को हत्या की सुपारी दी। हत्या की योजना कोलकाता के उल्टाडांगा इलाके में 12 मार्च को बनी। इसमें रोहित वर्मा और अमन सिंह जैसे शूटर शामिल थे। हत्या के एवज में 2 लाख की रकम तय हुई थी, जिसमें से 50 हजार UPI के जरिए शूटरों तक ट्रांसफर किया गया। शूटर अमन सिंह और रोहित वर्मा 18 मार्च को कोलकाता से रांची पहुंचे और होटल में रुके। 26 मार्च को जब अनिल टाइगर अपने घर से स्कॉर्पियो से निकले, तो उनकी रेकी अजय रजक द्वारा की गई। फिर अपाचे बाइक से पीछा कर सिद्धो-कान्हू पार्क के पास उन्हें गोली मार दी गई। हत्या के लिए होंडा साइन बाइक और एक पिस्टल का प्रयोग हुआ, जिसे बाद में बरामद कर लिया गया। आरोपियों में शामिल रोहित वर्मा और अमन सिंह का आपराधिक इतिहास रहा है, जिन पर बालिडीह, सुखदेव नगर, कुडू, कोतवाली और पिठोरिया थाना क्षेत्रों में हत्या, रंगदारी, हथियार और विस्फोटक अधिनियम से जुड़े कई गंभीर मामले दर्ज हैं।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

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