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श्रीमद् भागवत कथा छठे दिन: भागवत में श्री कृष्णा और रुक्मणी विवाह महोत्सव, कथावाचक ने ब्रिज की लीलाओं का किया वर्णन, व्यक्ति को हमेशा धर्म के मार्ग पर चलकर समाज सेवा में लोगों को आगे आना चाहिए : योगेश

On: September 6, 2023 3:29 AM
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शुभम जायसवाल

श्री बंशीधर नगर (गढ़वा):– श्री बंशीधर मंदिर के खलिहान प्रांगण में श्री बंशीधर सूर्य मंदिर ट्रस्ट के तत्वाधान में आयोजित श्री कृष्ण जन्मोत्सव के पावन अवसर पर सात दिवसीय श्रीमद् भागवत महापुराण कथा के छठे दिन मंगलवार को भगवान कृष्ण और रुक्मणी जी के विवाह महोत्सव बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया। इस दौरान श्रीधाम वृंदावन से आए कथा वाचक व्यास आचार्य श्री योगेश जी महाराज ने बृज की लीलाओं का वर्णन किया। मौके पर उपस्थित महिला व पुरुष श्रद्धालुओं के तालिया की गड़गड़ाहट से पूरा पंडाल परिसर गुंजायमान हो उठा।

कथावाचक व्यास योगेश जी महाराज ने कहा कि व्यक्ति को हमेशा धर्म के मार्ग पर चलकर समाज सेवा में लोगों को आगे आना चाहिए। मानव जब इस संसार में पैदा लेता है तो चार व्याधि उत्पन्न होते हैं। रोग, शोक, वृद्धापन और मौत मानव इन्हीं चार व्याधियों से धीर कर इस मायारूपी संसार से विदा लेता है। सांसारिक बंधन में जितना बंधोगे उतना ही पाप के नजदीक पहुंचेगा। इसलिए सांसारिक बंधन से मुक्त होकर परमात्मा की शरण में जाओ तभी जीवन रूपी नैय्या पार होगी। आज के दौर में परेशानी और अविश्वास बढ़ता जा रहा है। इससे समाज में खींचतान, स्वार्थ, लोभ, दुख. पतन, विकृतियों का अम्बार लगा हुआ है।

कथा वाचक योगेश जी महाराज ने भागवत कथा के महत्व को बताते हुए कहा कि जो भक्त प्रेमी कृष्ण रुक्मणी के विवाह उत्सव में शामिल होते हैं। उनके वैवाहिक समस्या हमेशा के लिए समाप्त हो जाती है। रुक्मणी विवाह महोत्सव प्रसंग पर व्याख्यान करते हुए उन्होंने कहा कि रुक्मणी के भाई रुक्मी ने उनका विवाह शिशुपाल के साथ सुनिश्चित किया था, लेकिन रुक्मणी ने संकल्प लिया था कि वह शिशुपाल को नहीं केवल गोपाल को पति के रूप में वरण करेंगे। उन्होंने कहा शिशुपाल असत्य मार्गी है और द्वारकाधीश भगवान श्री कृष्णा सत्य मार्गी है इसलिए वो असत्य को नही सत्य को अपना एगी अंत भगवान श्री द्वारकाधीश जी ने रुक्मणी के सत्य संकल्प को पूर्ण किया और उन्हें पति के रूप में वर्णन करके प्रधान पटरानी का स्थान दिया।

आचार्य योगेश जी ने कहा कि इस प्रसंग को श्रद्धा के साथ श्रवण करने से कन्याओं को अच्छे घर और वर की प्राप्ति होती है और दांपत्य जीवन सुखद रहता है। मौके पर सूर्य मंदिर ट्रस्ट के प्रधान ट्रस्टी राजेश प्रताप देव, मनीष जायसवाल, वीरेंद्र प्रसाद कमलापुरी, नंदू लाल, सुरेश विश्वकर्मा, मनीष कमलापुरी, मिक्की जायसवाल, राहुल विश्वकर्मा, सुजीत लाल अग्रवाल साहित्य बड़ी संख्या में महिला पुरुष श्रद्धालु उपस्थित थे।

Satyam Jaiswal

सत्यम जायसवाल एक भारतीय पत्रकार हैं, जो झारखंड राज्य के रांची शहर में स्थित "झारखंड वार्ता" नामक मीडिया कंपनी के मालिक हैं। उनके पास प्रबंधन, सार्वजनिक बोलचाल, और कंटेंट क्रिएशन में लगभक एक दशक का अनुभव है। उन्होंने एपीजे इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन से शिक्षा प्राप्त की है और विभिन्न कंपनियों के लिए वीडियो प्रोड्यूसर, एडिटर, और डायरेक्टर के रूप में कार्य किया है। जिसके बाद उन्होंने झारखंड वार्ता की शुरुआत की थी। "झारखंड वार्ता" झारखंड राज्य से संबंधित समाचार और जानकारी प्रदान करती है, जो राज्य के नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण है।

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