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भारत पाक बॉर्डर पर भारी गोलीबारी के बीच जैश के 12 आतंकी घुसपैठ करते ढ़ेर

On: May 9, 2025 1:20 AM
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जम्मू: पहलगाम हमले के बाद भारत में उसका मुंहतोड़ जवाब दिया। उसके बाद बौखलाहट में पाकिस्तान में भारत पर सीधा हमला बोलते हुए कई नाकाम हमले किये। जिसके जवाब में भारत ने भी पाकिस्तान को प्रचंड दंड देना शुरू कर दिया। पाकिस्तान के तकरीबन 12 शहरों में कोहराम मचा दिया। और पहले तो पाकिस्तान ने बॉर्डर और पूंछ इलाके में हैवी आर्टिलरी से भारी फायरिंग की। इसी की आड़ में भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव के बीच आतंकियों के समूह ने सांबा में गुरुवार रात को अंतरराष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ की कोशिश की। चौकस बीएसएफ जवानों ने जैश-ए-मोहम्मद के 10 से 12 आतंकियों को ढ़ेर कर दिया।

अधिकारियों ने मारे गए आतंकियों की सही संख्या के बारे में पुष्टि नहीं की है। सूत्रों ने दावा किया है कि यह सिर्फ घुसपैठ का प्रयास नहीं था, यह पाकिस्तान सेना की बार्डर एक्शन टीम (बैट) की नापाक हरकत हो सकती है। दूसरी ओर से सीमा से सटे क्षेत्रों में बीएसएफ ने गश्त बढ़ा दी है।

रात आठ बजे पाकिस्तानी सेना ने सांबा सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे भारतीय ठिकानों पर गोलाबारी शुरू कर दी।

दूसरी ओर पाकिस्तानी से ड्रोन हमले शुरू हो गए।

सूत्रों के अनुसार पाकिस्तानी सेना की भारतीय ठिकानों पर गोलाबारी के बीच स्वचालित हथियारों से लैस आतंकियों को सीमा पर भारतीय क्षेत्र की तरफ बढ़ते सीमा सुरक्षाबल के जवानों ने देख लिया था।

उन्होंने आतंकियों की हर हरकत पर नजर रख पाकिस्तानी गोलाबारी का भी मुहंतोड़ जवाब दिया।

रात करीब 11.30 बजे आतंकियों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा घुसने का प्रयास किया।

जवानों ने गोलीबारी शुरू कर दी। आतंकियों को फंसते देख पाकिस्तानी सेना ने गोलाबारी बढ़ा दी।

सीमा सुरक्षाबल के जवानों ने करारा जवाब देते हुए आतंकियों को भी मुठभेड़ में उलझा लिया।

दोनों तरफ से लगभग 40 मिनट तक गोलीबारी होती रही। सूत्रों ने बतायाकि आतंकी मारे गए हैं या फिर वापस भाग गए हैं। इनमें से कुछ को पाकिस्तानी इलाके में नीचे गिरते देखा है।

इनकी संख्या 10 से 12 है। बता दें कि सांबा पहले से भी घुसपैठ के मामले में काफी संवेदनशील हैं। इस क्षेत्र में पहले सुरंग भी मिल चुकी हैं।

Satish Sinha

मैं सतीश सिन्हा, बीते 38 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने कई अखबारों और समाचार चैनलों में रिपोर्टर के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को इमानदारी से उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले तकरीबन 6 वर्षों से मैं 'झारखंड वार्ता' से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ।

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