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रांची: झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन का पार्थिव शरीर शनिवार को दिल्ली से रांची लाया गया। एयरपोर्ट पर भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच उनके पार्थिव शरीर को सीधे झारखंड विधानसभा परिसर ले जाया गया, जहां राज्यपाल, विधानसभा अध्यक्ष, मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और आम जनता ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। सरकार ने उनके निधन पर 16 अगस्त को राजकीय शोक घोषित किया है। पूरे राज्य में आज सरकारी कार्यक्रम नहीं होंगे और राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा।


झारखंड विधानसभा परिसर में राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार, विधानसभा अध्यक्ष रवीन्द्र नाथ महतो, मुख्यमंत्री की ओर से मंत्री दीपक बिरुआ, मुख्य सचिव अलका तिवारी, लोकसभा सांसद जोबा मांझी, राज्यसभा सांसद आदित्य साहू व महुआ माजी, कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की, नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी समेत कई जनप्रतिनिधियों ने मंत्री रामदास सोरेन के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष रवीन्द्र नाथ महतो ने कहा – “रामदास सोरेन की कमी को आने वाले दिनों में पूरा कर पाना संभव नहीं है। वे मृदुभाषी और जनता के प्रति समर्पित नेता रहे। उनका यूं अचानक चले जाना पूरे राज्य के लिए एक गहरा आघात है।”

घाटशिला में होगा अंतिम दर्शन

विधानसभा परिसर में श्रद्धांजलि देने के बाद दिवंगत मंत्री का पार्थिव शरीर घाटशिला स्थित ताम्र प्रतिभा मंच मऊभंडार मैदान के झामुमो कैंप कार्यालय ले जाया गया है। यहां पार्टी कार्यकर्ता, स्थानीय लोग और समर्थक अंतिम दर्शन कर पाएंगे। उनका अंतिम संस्कार घोरबाधा स्थित पैतृक गांव में होगा। मऊभंडार में शोकसभा की तैयारी चल रही है।


आदिवासी परंपरा के साथ अंतिम विदाई

मंत्री रामदास सोरेन को आदिवासी समुदाय की सबसे बड़ी सामाजिक संस्था माझी परगना महाल की परंपराओं के अनुसार अंतिम विदाई दी जाएगी। बकुल स्थित माझी परगना महाल में झंडा फहराकर उन्हें पूरे सम्मान के साथ श्रद्धांजलि दी जाएगी। इसके बाद शाम करीब 4:30 बजे अंतिम संस्कार किया जाएगा।

दुर्घटना के बाद बिगड़ी तबीयत

गौरतलब है कि 2 अगस्त को मंत्री रामदास सोरेन अपने आवास पर बाथरूम में फिसलकर गिर पड़े थे, जिससे उनके सिर में गंभीर चोट आई थी। उन्हें पहले टाटा मोटर्स अस्पताल, जमशेदपुर ले जाया गया, लेकिन स्थिति नाजुक होने पर उन्हें एयर एंबुलेंस से दिल्ली के अपोलो अस्पताल रेफर किया गया। वहां करीब दो हफ्ते तक इलाज के बाद शुक्रवार को उन्होंने अंतिम सांस ली।

कोल्हान क्षेत्र में शोक की लहर

रामदास सोरेन घाटशिला विधानसभा से झामुमो के विधायक और संथाल समुदाय के एक लोकप्रिय नेता थे। उनके निधन की खबर से पूरे कोल्हान क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। उनके आवास पर लोगों का तांता लगा हुआ है। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता और कार्यकर्ता भी परिवार को सांत्वना देने पहुंच रहे हैं।