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डीपीएस रांची के वार्षिकोत्सव में राज्यपाल गंगवार बोले- सफलता अंकों से नहीं, धैर्य और आत्मविश्वास से मिलती है

On: August 28, 2025 11:00 PM
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रांची: माननीय राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार आज दिल्ली पब्लिक स्कूल, रांची के वार्षिकोत्सव में कहा कि यह अवसर केवल विद्यालय की उपलब्धियों का उत्सव नहीं है, बल्कि विद्यार्थियों की प्रतिभा, परिश्रम और रचनात्मकता का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि डीपीएस राँची ने अनुशासन, ज्ञान और उत्कृष्टता की गौरवशाली परंपरा स्थापित की है और इसकी गिनती राँची के प्रतिष्ठित विद्यालयों में की जाती है। उन्होंने विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कहा कि विद्यालय शिक्षा के साथ-साथ कला, संस्कृति और पर्यावरण जैसे विषयों में भी विद्यार्थियों को जागरूक व सक्षम बना रहा है। साथ ही, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ओलंपियाड प्रतियोगिताओं में सफलता प्राप्त करने के लिए विद्यालय परिवार को बधाई दी।
राज्यपाल ने विद्यार्थियों से कहा कि जीवन की सफलता केवल अंकों से नहीं आंकी जा सकती। असली परीक्षा यह है कि कठिनाइयों के समय धैर्य, ईमानदारी और आत्मविश्वास बनाए रखें। उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी का ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम विद्यार्थियों को यही प्रेरणा देता है कि परीक्षा को उत्सव की तरह लें, न कि तनाव का कारण बनने दें। परीक्षा दबाव का नहीं, बल्कि आत्मविश्वास का अवसर है। इसी संदर्भ में उन्होंने भारत रत्न डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम जी का उल्लेख करते हुए कहा कि कलाम जी हमेशा कहते थे – “सपना वह नहीं है जो हम सोते समय देखते हैं, सपना वह है जो हमें सोने नहीं देता।” उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि बड़े सपने देखें, कड़ी मेहनत करें और अपने अनुशासन एवं चरित्र से राज्य और देश का नाम रौशन करें।


राज्यपाल ने कहा कि हर विद्यार्थी के भीतर असीम ऊर्जा और क्षमता छिपी होती है। आवश्यकता है उसे पहचानने और सही दिशा देने की। इसमें शिक्षकों और अभिभावकों दोनों की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने अभिभावकों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों पर केवल अंकों और परिणाम का दबाव न डालें, बल्कि उन्हें आत्मविश्वास और सकारात्मक वातावरण दें। शिक्षा तभी सार्थक है जब बच्चा अनुशासित और चरित्रवान बने।


राज्यपाल ने विद्यालय प्रबंधन से भी आह्वान किया कि वे गरीब एवं मेधावी बच्चों को निःशुल्क शिक्षा प्रदान करने में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि यदि विद्यालय ऐसे बच्चों की मदद करेगा, तो वे भविष्य में सफल होकर विद्यालय और समाज का नाम रौशन करेंगे और आपके योगदान को सदा स्मरण करेंगे।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

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