रांची: इलेक्ट्रोस्टील कास्टिंग्स लिमिटेड, जो छह दशकों से अधिक समय से अग्रणी जल अवसंरचना समाधान प्रदाता है, ने अपने बहुप्रतीक्षित पुरस्कार समारोह के तीसरे संस्करण, इलेक्ट्रोस्टील जल सेवक सम्मान 2025 का आयोजन किया. यह पुरस्कार उन व्यक्तियों और संस्थानों को मान्यता देता है जो जल संरक्षण के क्षेत्र में प्रभावशाली बदलाव ला रहे हैं.
व्यक्तिगत श्रेणी में जल सेवक सम्मान 2025 पश्चिम बंगाल की लीलाबती महता को प्रदान किया गया, जिन्होंने झारग्राम में तालाब आधारित जल एवं मृदा संरक्षण की जमीनी पहल का नेतृत्व किया. झारखंड के जेम्स हेरेंज को पारंपरिक जल निकायों को पुनर्जीवित करने और आदिवासी समुदायों को सशक्त बनाने के उनके समर्पित प्रयासों के लिए उपविजेता के रूप में मान्यता दी गयी.

चेक डैम और स्थायी नहरों का निर्माण करके उन्होंने 200 हेक्टेयर से अधिक कृषि भूमि की सिंचाई सुनिश्चित की, जिससे फसल की पैदावार बढ़ी और सूखे की संवेदनशीलता घटी. उनकी पहल, जिनमें हासातु चेक डैम और बरियातु नहर शामिल हैं, संगठन श्रेणी में, यह पुरस्कार बिहार के एनजीओ “आपका अंचल” को प्रदान किया गया, जिसने स्थायी गांव-स्तरीय जल मॉडल बनाने में अग्रणी प्रयास किये. उपविजेता की मान्यता ओडिशा की “एसोसिएशन फॉर डेवलपमेंट एंड रिसर्च इन सोशियो इकोनॉमिक एक्टिविटीज़ (आदर्शा)” को प्रदान की गयी, इसके समेकित जलग्रहण प्रबंधन कार्यक्रमों के लिए. भूजल पुनर्भरण में सुधार, बहु-ऋतु खेती को सक्षम बनाने और जलवायु-लचीली सिंचाई को बढ़ावा देने के माध्यम से, आदर्शा ने मृदा की उर्वरता बढ़ायी, खाद्य सुरक्षा को मजबूत किया और सतत जल संसाधनों के सामुदायिक स्वामित्व को बढ़ावा दिया.
आजीवन उपलब्धि पुरस्कार झारखंड के साइमन उराँव को प्रदान किया गया, जिन्हें “झारखंड के जलपुरुष” के रूप में जाना जाता है, सुनील कटियाल, पूर्णकालिक निदेशक एवं सीईओ, इलेक्ट्रोस्टील कास्टिंग्स लिमिटेड ने कहा इस वर्ष के विजेता हमारे इस विश्वास की पुन: पुष्टि करते हैं कि समुदाय-नेतृत्व वाली कार्रवाई, वैज्ञानिक नवाचार, सामूहिक प्रयास और उद्देश्य के प्रति प्रतिबद्धता ही जल-सुरक्षित भविष्य की सच्ची राह हैं. हम पूरे देश में इन परिवर्तनकर्ताओं के पारिस्थितिकी तंत्र को पोषित करने के लिए समर्पित हैं , इस वर्ष, इलेक्ट्रोस्टील जल सेवक सम्मान 2025 के लिए नामांकन पश्चिम बंगाल के अलावा बिहार, झारखंड और ओडिशा तक बढ़ाये गये.
विजेताओं को 68 नामांकनों में से चुना गया, जिनका चयन प्रतिष्ठित जूरी पैनल ने किया, जिसमें शामिल थे डॉ. धृति बनर्जी, निदेशक, प्राणी सर्वेक्षण भारत, डॉ. कल्याण रुद्र, अध्यक्ष, पश्चिम बंगाल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, श्री सौमेन मित्रा, आईपीएस (सेवानिवृत्त), और श्री सुनील कटियाल, पूर्णकालिक निदेशक एवं सीईओ, इलेक्ट्रोस्टील कास्टिंग्स लिमिटेड.