झारखंड वार्ता संवाददाता
गढ़वा: उपायुक्त के निर्देश पर बुधवार की देर रात सदर एसडीएम संजय कुमार ने जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने चिकित्सकों एवं चिकित्साकर्मियों की उपस्थिति, वार्डों की स्थिति, साफ-सफाई और समग्र चिकित्सा व्यवस्था का जायजा लिया।
इमरजेंसी में इलाज व्यवस्थित, लेकिन विशेषज्ञ डॉक्टर नदारद
निरीक्षण के दौरान इमरजेंसी वार्ड में ड्यूटी पर चिकित्सक मौजूद थे और मरीजों का समुचित इलाज हो रहा था। लेकिन प्रस्तुति रोग विशेषज्ञ (स्पेशलिस्ट डॉक्टर) रोस्टर ड्यूटी के अनुसार मौजूद नहीं पाए गए। रोस्टर के मुताबिक डॉक्टर माया कुमारी की ड्यूटी थी, किंतु वे प्रशिक्षण पर गई हुई थीं। उनके स्थान पर डॉक्टर पूजा को उपस्थित रहना था, लेकिन वे भी मौके पर अनुपस्थित मिलीं।
सूचना पट पर पुराना रोस्टर टंगा मिला
एसडीएम ने पाया कि अस्पताल परिसर में सूचना पट पर ड्यूटी चार्ट अद्यतन नहीं किया गया है। 11 सितंबर की रात निरीक्षण के बावजूद वहां अब भी 1 सितंबर का रोस्टर प्रदर्शित था। उल्लेखनीय है कि पूर्व के निरीक्षणों के दौरान भी यहां रोस्टर को अद्यतन नहीं पाया गया था। इस पर एसडीएम ने अस्पताल उपाधीक्षक को कड़ी नाराजगी जताई और निर्देश दिया कि सूचना पट पर प्रतिदिन ताजा रोस्टर प्रदर्शित हो तथा ड्यूटी पर नियुक्त चिकित्सक समय पर उपस्थित रहें।

सफाई व्यवस्था संतोषजनक, लेकिन मरीजों की बढ़ी भीड़
निरीक्षण के दौरान अस्पताल की सफाई व्यवस्था संतोषजनक पाई गई। हालांकि मरीजों की अधिक भीड़ होने के कारण कई मरीजों को बेड के अभाव में नीचे लेटना पड़ा। इसके बावजूद मरीजों और उनके परिजनों ने चिकित्सा देखभाल को लेकर संतोष जताया और बताया कि उन्हें समय पर इलाज मिल रहा है।
अस्पताल प्रशासन में समन्वय की कमी
प्राप्त जानकारी के अनुसार अस्पताल उपाधीक्षक को चिकित्सकों से अपेक्षित सहयोग नहीं मिल पा रहा है। कई पुराने डॉक्टर रोस्टर ड्यूटी मानने में आनाकानी करते हैं। इस पर एसडीएम ने निर्देश दिया कि ऐसे सभी मामलों की जानकारी तत्काल सिविल सर्जन या उपायुक्त को दी जाए, ताकि कार्रवाई सुनिश्चित हो सके।
सदर अस्पताल को बेहतर बनाने का प्रशासन करेगा हर संभव प्रयास
निरीक्षण के दौरान एसडीएम संजय कुमार ने कहा कि सदर अस्पताल जिले का एकमात्र प्रमुख सार्वजनिक चिकित्सालय है। यहां मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रशासन लगातार सुधारात्मक कदम उठाएगा। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन पूरी चिकित्सीय टीम के साथ समन्वय बनाकर अस्पताल को और बेहतर बनाने का प्रयास करेगा।