इंदौर: इस बार दशहरे पर इंदौर में परंपरागत रावण दहन की जगह एक अनोखी रस्म देखने को मिलेगी। शहर में पहली बार “शूर्पणखा दहन” का आयोजन किया जा रहा है। आयोजक समूह पौरुष के संयोजक अशोक दशोरा का कहना है कि बुराई केवल पौराणिक पात्रों तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज में भी कई रूपों में मौजूद है।
दशोरा ने कहा कि हाल के वर्षों में पति-हत्या के मामलों में पत्नियों की संलिप्तता बढ़ी है। ऐसे मामलों को समाज के सामने लाना और इस बुराई की पहचान कराना बेहद ज़रूरी है। इसी संदेश को फैलाने के लिए इस बार रावण नहीं, बल्कि “शूर्पणखा” का दहन किया जाएगा।
11 महिलाओं की तस्वीरें पोस्टर पर
इस आयोजन के लिए पौरुष समूह ने देशभर के अलग-अलग हिस्सों से पति-हत्या के मामलों में चर्चित 11 महिलाओं की तस्वीरों वाले पोस्टर जारी किए हैं। इनमें इंदौर की सोनम रघुवंशी, मेरठ की मुस्कान, राजस्थान की हर्षा, जौनपुर की निकिता सिंघानिया, दिल्ली की सुष्मिता, मेरठ की रविता, फिरोजाबाद की शशि, बेंगलुरु की सूचना सेठ, देवास की हंसा, मुंबई की चमन उर्फ गुड़िया और औरैया की प्रियंका शामिल हैं।
बताया जा रहा है कि इंदौर की सोनम रघुवंशी के पीड़ित परिवारों को भी इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है।
शहरभर में प्रचार
इस कार्यक्रम के प्रचार के लिए इंदौर की सड़कों पर बड़े पैमाने पर बैनर और पोस्टर लगाए गए हैं। साथ ही ऑटो-रिक्शा, मैजिक वैन और अन्य वाहनों पर पर्चे चिपकाकर लोगों को इस आयोजन की जानकारी दी जा रही है।
उठ रहे हैं सवाल
इस अनोखे आयोजन ने शहर में गर्मागर्म बहस छेड़ दी है। कुछ लोग इसे सामाजिक बुराइयों पर करारा प्रहार मान रहे हैं, तो वहीं कई लोगों का कहना है कि इस तरह केवल महिलाओं को निशाना बनाना विवाद को जन्म दे सकता है।
अब देखना यह होगा कि दशहरे की शाम इंदौर में “शूर्पणखा दहन” का यह अनूठा नजारा कितना संदेश दे पाता है और कितनी बहस छेड़ता है।
इंदौर में इस बार दशहरे पर होगा शूर्पणखा दहन, मुस्कान-सोनम रघुवंशी समेत 11 ‘हत्यारिनों’ का जलेगा पुतला

