---Advertisement---

HIV की महंगी दवा अब आम लोगों की पहुंच में, महज 3500 रुपये में उपलब्ध होगा 23 लाख का इंजेक्शन

On: September 25, 2025 11:15 AM
---Advertisement---

Landmark Deal on HIV Prevention: स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक बहुत बड़ी और उम्मीद भरी खबर सामने आई है। HIV जैसी गंभीर और जानलेवा बीमारी से बचाव के लिए उपयोग की जाने वाली क्रांतिकारी दवा ‘लेनाकापाविर’ (Lenacapavir) अब 100 से अधिक देशों में बेहद किफायती दामों पर उपलब्ध होगी।

साल 2027 से यह दवा सिर्फ 40 डॉलर यानी लगभग 3,500 रुपये सालाना की कीमत पर उपलब्ध होगी। यह उन लाखों लोगों के लिए राहत की किरण है, जो HIV संक्रमण के जोखिम में जी रहे हैं।

लेनाकापाविर एक इंजेक्शन के रूप में दी जाती है, जिसे साल में केवल दो बार लगवाना होता है। हालिया स्टडीज़ में इस दवा को HIV संक्रमण को रोकने में 99.9% से अधिक असरदार पाया गया है। इसका मतलब यह है कि साल में सिर्फ दो इंजेक्शन के जरिए व्यक्ति को इस जानलेवा बीमारी से लगभग पूरी तरह सुरक्षा मिल सकती है।

फिलहाल, अमेरिका में यह दवा ‘Yeztugo’ ब्रांड नाम से उपलब्ध है और इसकी कीमत लगभग 28,000 डॉलर (करीब 23 लाख रुपये) सालाना है। इतनी महंगी कीमत के कारण यह दवा आम लोगों की पहुँच से बाहर थी।

इस बड़ी राहत के पीछे भारत की दवा कंपनियों की अहम भूमिका है। यूनिटेड (Unitaid) और गेट्स फाउंडेशन जैसी अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थाओं ने भारत की फार्मा कंपनियों जैसे डॉ. रेड्डीज़ लैबोरेटरीज और हेटेरो के साथ समझौता किया है। इन कंपनियों द्वारा लेनाकापाविर का जेनेरिक वर्ज़न तैयार किया जाएगा, जिससे इसकी कीमत हजारों गुना कम हो जाएगी।

गेट्स फाउंडेशन के ग्लोबल हेल्थ हेड, ट्रेवर मंडेल ने कहा,
“लेनाकापाविर जैसी वैज्ञानिक खोजें HIV महामारी को खत्म करने में मदद कर सकती हैं, लेकिन तभी, जब यह उन लोगों तक पहुंचे जिन्हें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है।”

दुनिया भर में HIV के खिलाफ प्रयास जारी हैं, लेकिन हर साल लाखों लोग इससे संक्रमित होते हैं। 2024 के आंकड़ों के मुताबिक, 13 लाख लोग HIV की चपेट में आए। ऐसे में, एक असरदार और सस्ती दवा का आना इस लड़ाई में एक बड़ा मोड़ साबित हो सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस दवा की मदद से हम HIV को पूरी तरह खत्म करने का सपना साकार कर सकते हैं।

विशेषकर कम और मध्यम आय वाले देशों के लिए यह समझौता एक वरदान की तरह है, जहाँ HIV का खतरा सबसे अधिक है। भले ही 2027 तक इंतजार करना पड़े, लेकिन यह कदम निश्चित रूप से एक स्वस्थ और सुरक्षित भविष्य की ओर बड़ा परिवर्तन लाएगा।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

Join WhatsApp

Join Now

और पढ़ें

‘अमेरिका में ममदानी मेयर बन सकता है, लेकिन भारत में मुस्लिम VC नहीं बन सकता’, अल फलाह यूनिवर्सिटी के समर्थन में उतरे मौलाना अरशद मदनी

जमशेदपुर प्रखंड में आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में कई अनियमितताओं का आरोप,बहिष्कार का निर्णय

तेलंगाना में हिड़मा के करीबी मुचाकी सोमादा समेत 37 माओवादियों ने किया सरेंडर, 1.40 करोड़ के थे इनामी

मशहूर पंजाबी युवा सिंगर हरमन सिद्धू की सड़क दुर्घटना में मौत, शोक की लहर

गूगल क्रोम यूजर्स सावधान! चोरी हो सकता है आपका प्राइवेट डेटा, सरकार ने जारी की हाई-रिस्क वार्निंग

CJI सूर्यकांत का शपथ ग्रहण होगा ऐतिहासिक, 7 देशों के मुख्य न्यायाधीश होंगे शामिल