गढ़वा: सदर एसडीएम संजय कुमार ने कांडी एवं मझिआंव प्रखंड के कई दुर्गा पूजा पंडालों का भ्रमण एवं निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पंडालों की सजावट, प्रकाश व्यवस्था, अग्निशमन की तैयारी, सीसीटीवी और सुरक्षा के इंतज़ाम और आपात निकासी मार्गों की स्थिति को देखा। उन्होंने आयोजक समितियों से बातचीत करते हुए व्यवस्था को दुरुस्त बनाए रखने के निर्देश दिए।

एसडीएम ने कहा कि दुर्गा पूजा आस्था और उत्सव का पर्व है, लेकिन आस्था के साथ साथ श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सर्वोपरि रखना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष अधिक वर्षा के कारण तालाबों और नदियों का जलस्तर काफी बढ़ा हुआ है, ऐसे में मूर्ति विसर्जन के समय विशेष सतर्कता की जरूरत है। उन्होंने आयोजकों से अपील की कि विसर्जन जुलूस में बच्चे जलाशयों में न जाएं और गोताखोर तथा बचाव दल की पर्याप्त व्यवस्था पहले से कर ली जाए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि विसर्जन मार्ग में बिजली के तारों से दूरी बनाए रखना आवश्यक है ताकि किसी दुर्घटना की संभावना न रहे।
एसडीएम ने डीजे पर प्रतिबंध की जानकारी दोहराते हुए कहा कि तेज ध्वनि से न केवल कानून-व्यवस्था पर असर पड़ता है, बल्कि इससे पर्यावरण और स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि जो भी व्यक्ति प्रतिबंध का उल्लंघन करेगा, उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि जुलूस में नशे की हालत में किसी को शामिल न किया जाए और अगर कोई ऐसा प्रयास करता है तो आयोजक तत्काल पुलिस को सूचित करें।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने नागरिकों से संवाद करते हुए कहा कि प्रशासन हर समय जनता की सेवा और सुरक्षा के लिए तत्पर है। किसी भी अवांछित या आपात स्थिति की सूचना तुरंत जिला नियंत्रण कक्ष या 112 नंबर पर दें, जिससे त्वरित कार्रवाई संभव हो सके। उन्होंने यह भी जोड़ा कि स्थानीय पुलिस, दंडाधिकारी और मजिस्ट्रेट लगातार गश्त करेंगे और सीसीटीवी कैमरों की मदद से भी निगरानी की जाएगी।
एसडीएम ने अंत में नागरिकों और आयोजकों से अपील की कि वे इस महापर्व को श्रद्धा, शांति और सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाएँ और प्रशासन को सहयोग दें। उन्होंने कहा कि गढ़वा जिला प्रशासन का उद्देश्य है कि दुर्गा पूजा के अवसर पर कहीं भी किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न न हो और हर नागरिक सुरक्षित माहौल में पूरे हर्षोल्लास के बीच उत्सव का आनंद ले सकें।