पिन्टू कुमार
गढ़वा: मुहर्रम की नवीं तारीख के अवसर पर शनिवार को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पूरी अकीदत और शांति के साथ छोटकी चौकी और अखाड़ा के साथ जुलूस निकाला। जुलूस में शामिल अकीदतमंदों ने या हसन, या हुसैन, या अली, “कर्बला दूर है, जाना जरूर है” जैसे नारों से माहौल को भावुक और श्रद्धामय बना दिया।

जुलूस में मरसिया पढ़े जा रहे थे और हजरत इमाम हसन-हुसैन की शहादत को याद करते हुए लोग गम और इबादत में डूबे हुए थे। कई अकीदतमंदों ने रोजा रखा और मगरीब की अजान के बाद रोजा खोला।
जुलूस शहर के विभिन्न मोहल्लों से होते हुए कर्बला के मैदान में पहुंचा, जहां मिलनी के बाद इसका समापन किया गया। इसके उपरांत सभी अखाड़ेदार व ताजियादार चौक पहुंचे और सिरनी-फातिहा की रस्म अदा की गई।

शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात किया गया था। बिजली विभाग द्वारा एहतियातन जुलूस के दौरान बिजली आपूर्ति को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था।
