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गढ़वा में निकला मुहर्रम का जुलूस, ‘या हसन, या हुसैन’ की सदाओं से गूंजा शहर

On: July 5, 2025 4:24 PM
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पिन्टू कुमार

गढ़वा: मुहर्रम की नवीं तारीख के अवसर पर शनिवार को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पूरी अकीदत और शांति के साथ छोटकी चौकी और अखाड़ा के साथ जुलूस निकाला। जुलूस में शामिल अकीदतमंदों ने या हसन, या हुसैन, या अली, “कर्बला दूर है, जाना जरूर है” जैसे नारों से माहौल को भावुक और श्रद्धामय बना दिया।

जुलूस में मरसिया पढ़े जा रहे थे और हजरत इमाम हसन-हुसैन की शहादत को याद करते हुए लोग गम और इबादत में डूबे हुए थे। कई अकीदतमंदों ने रोजा रखा और मगरीब की अजान के बाद रोजा खोला।

जुलूस शहर के विभिन्न मोहल्लों से होते हुए कर्बला के मैदान में पहुंचा, जहां मिलनी के बाद इसका समापन किया गया। इसके उपरांत सभी अखाड़ेदार व ताजियादार चौक पहुंचे और सिरनी-फातिहा की रस्म अदा की गई।

शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात किया गया था। बिजली विभाग द्वारा एहतियातन जुलूस के दौरान बिजली आपूर्ति को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था।

इस मौके पर अकीदतमंदों की सहूलियत के लिए विभिन्न कमेटियों द्वारा मझिआंव मोड़ पर स्टॉल लगाए गए थे, जहां शीतल जल और मिष्ठान का वितरण किया गया। वहीं, लंगरखानी का आयोजन भी किया गया, जिसमें लोगों के बीच सिरनी तकसीम की गई।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

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