भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने कहा है कि भारत का पहला सौर मिशन आदित्य-L1 छह जनवरी को अपने गंतव्य लैग्रेजियन प्वाइंट (L1) पर पहुंचेगा। यह प्वाइंट पृथ्वी से 15 लाख किमी दूर है। यह मिशन भारत का पहला अंतरिक्ष स्थित वेधशाला है। इसके तहत L1 प्वाइंट से सूर्य का अध्ययन किया जाएगा।
यह मिशन सात पेलोड लेकर जा रहा है। ये अलग-अलग वेव बैंड में प्रकाशमंडल, क्रोमोस्फेयर (सूर्य की दिखाई देने वाली सतह से ठीक ऊपरी सतह) और सूर्य की सबसे बाहरी परत (कोरोना) पर रिसर्च करने में मदद करेंगे।