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बिहार चुनाव में करारी हार के बाद प्रियंका गांधी से मिले प्रशांत किशोर, अटकलों का बाजार गर्म

On: December 15, 2025 12:25 PM
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नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार झेलने के बाद चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर एक बार फिर राजनीतिक गलियारों में चर्चा के केंद्र में हैं। इस बार वजह है उनकी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से हुई कथित सीक्रेट मुलाकात, जिसने सियासी हलकों में नई अटकलों को जन्म दे दिया है। बताया जा रहा है कि यह बैठक करीब दो घंटे तक चली, हालांकि दोनों पक्षों ने इसे औपचारिक और शिष्टाचार भेंट बताकर ज्यादा महत्व देने से इनकार किया है।

यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब बिहार में जन सुराज पार्टी का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। पार्टी ने राज्य की 238 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन एक भी सीट जीतने में नाकाम रही। इतना ही नहीं, पार्टी के 236 उम्मीदवारों की जमानत तक ज़ब्त हो गई। यह परिणाम न केवल प्रशांत किशोर की राजनीतिक रणनीति पर सवाल खड़े करता है, बल्कि उनकी नई राजनीतिक पारी की दिशा को लेकर भी संशय पैदा करता है।

दूसरी ओर, कांग्रेस के लिए भी बिहार चुनाव उम्मीद के मुताबिक नहीं रहे। पार्टी 61 सीटों पर चुनाव मैदान में थी, लेकिन महज 6 सीटों पर ही जीत दर्ज कर सकी। ऐसे में कांग्रेस नेतृत्व के सामने भी संगठनात्मक मजबूती और चुनावी रणनीति को लेकर गंभीर चुनौतियां खड़ी हैं। इसी पृष्ठभूमि में प्रशांत किशोर और प्रियंका गांधी की मुलाकात को महज संयोग मानने को राजनीतिक विश्लेषक तैयार नहीं हैं।

हालांकि कांग्रेस और प्रशांत किशोर, दोनों ही खेमों की ओर से यह साफ किया गया है कि यह मुलाकात केवल सामान्य बातचीत तक सीमित थी और इसका कोई राजनीतिक एजेंडा नहीं था। लेकिन राजनीति में अक्सर औपचारिक बयान जमीनी संकेतों से अलग होते हैं। बिहार में विफलता के बाद प्रशांत किशोर का कांग्रेस नेतृत्व से संवाद करना यह दर्शाता है कि वे अपने भविष्य के राजनीतिक विकल्पों पर नए सिरे से मंथन कर रहे हैं।

जानकारों का मानना है कि प्रशांत किशोर लंबे समय से राष्ट्रीय राजनीति में सक्रिय भूमिका की तलाश में रहे हैं। इससे पहले भी उनका नाम कांग्रेस के साथ रणनीतिक सहयोग को लेकर चर्चा में आ चुका है। ऐसे में प्रियंका गांधी से उनकी यह मुलाकात पुराने रिश्तों की नई संभावनाओं को हवा दे रही है।

फिलहाल बड़ा सवाल यही है कि क्या यह मुलाकात केवल बातचीत तक सीमित रहेगी या आने वाले दिनों में कांग्रेस और प्रशांत किशोर के रिश्तों में कोई नया राजनीतिक मोड़ देखने को मिलेगा। क्या प्रशांत किशोर एक बार फिर रणनीतिकार की भूमिका में लौटेंगे या किसी बड़े राजनीतिक गठजोड़ की नींव रखी जा रही है। इन सवालों के जवाब भविष्य के कदम तय करेंगे।

अभी के लिए इतना तय है कि इस मुलाकात ने सियासी गलियारों में हलचल तेज कर दी है। अब सबकी निगाहें कांग्रेस और प्रशांत किशोर के अगले कदम पर टिकी हैं, जो आने वाले समय में राष्ट्रीय और बिहार की राजनीति को नई दिशा दे सकता है।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

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