रांची: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के संस्थापक शिबू सोरेन के देहांत के बाद झारखंड विधानसभा में सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है।
सोमवार को झारखंड विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही स्पीकर रवींद्रनाथ महतो ने शोक संदेश में शिबू सोरेन के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने उन्हें झारखंड आंदोलन के पुरोधा, पूर्व मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री और समाज के मार्गदर्शक के रूप में याद किया। स्पीकर ने कहा कि शिबू सोरेन का निधन झारखंड ही नहीं, पूरे देश की अपूरणीय क्षति है। उनकी पहचान अन्याय के खिलाफ संघर्ष करने वाले नेता के रूप में थी। शोक प्रकट करते हुए सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई, और सदन में “शिबू सोरेन अमर रहें” के नारे लगे।
शिबू सोरेन ने दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में 4 अगस्त को 2025 को 8.48 बजे आखिरी सांस ली। उनकी उम्र 81 साल थी। वह लंबे वक्त से सर गंगाराम अस्पताल में एडमिट थे। जैसे ही उनके निधन की खबर आई, झारखंड समेत पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई। दिशोम गुरु शिबू सोरेन का निधन एक तरह से झारखंड की सियासत के एक युग का अंत है। उनके निधन पर बेटे हेमंत सोरेन ने दुख प्रकट किया। उन्होंने कहा कि मैं आज शून्य हो गया है। गुरुजी हम सबको छोड़कर चले गए।