अयोध्या: 500 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर अब पूर्ण रूप से तैयार हो चुका है। 2020 में शुरू हुआ इस ऐतिहासिक मंदिर का निर्माण कार्य अब पूरी तरह से समाप्त हो गया है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने सोमवार को आधिकारिक रूप से जानकारी साझा करते हुए बताया कि मंदिर निर्माण से जुड़े सभी कार्य पूर्ण हो चुके हैं।
ट्रस्ट की ओर से कहा गया है कि मुख्य मंदिर के साथ-साथ परकोटा के छह मंदिर- भगवान शिव, भगवान गणेश, भगवान हनुमान, सूर्यदेव, देवी भगवती, देवी अन्नपूर्णा तथा शेषावतार मंदिर भी पूरी तरह बनकर तैयार हैं। इन सभी मंदिरों पर ध्वजदण्ड और कलश भी स्थापित किए जा चुके हैं।
इसके अलावा सप्त मण्डप- जिसमें महर्षि वाल्मीकि, वशिष्ठ, विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, निषादराज, शबरी और ऋषि पत्नी अहिल्या के मंदिर शामिल हैं का निर्माण भी पूरा हो गया है। संत तुलसीदास मंदिर के साथ-साथ जटायु और गिलहरी की प्रतिमाएं भी अपने स्थान पर स्थापित की जा चुकी हैं, जो भगवान श्रीराम की कथा से जुड़े पौराणिक प्रसंगों की याद दिलाती हैं।
ट्रस्ट ने बताया कि दर्शनार्थियों की सुविधा से जुड़े सभी कार्य भी पूर्ण हो चुके हैं। मानचित्र के अनुसार सड़कों और परिसर में फ्लोरिंग पर पत्थर बिछाने का कार्य एलएंडटी (L&T) कंपनी द्वारा और परिसर की हरियाली, सौंदर्यीकरण व पंचवटी निर्माण का कार्य जीएमआर (GMR) द्वारा किया गया है। यह पंचवटी क्षेत्र लगभग 10 एकड़ में फैला हुआ है, जहां प्राकृतिक सौंदर्य और आध्यात्मिक माहौल का सुंदर संगम दिखाई देता है।
फिलहाल केवल वे कार्य जारी हैं जिनका सीधा संबंध दर्शनार्थियों से नहीं है। जैसे 3.5 किलोमीटर लंबी चारदीवारी, ट्रस्ट कार्यालय, अतिथि गृह और सभागार का निर्माण।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्रा ने बताया कि मंदिर निर्माण कार्य पूर्ण हो जाने के बाद अब अगला बड़ा आयोजन 25 नवंबर को होगा, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं मंदिर के शीर्ष पर ध्वजारोहण करेंगे। इस धार्मिक समारोह के लिए 6000 से 8000 आमंत्रितों की सूची तैयार की गई है, जिसमें समाज के विभिन्न वर्गों से जुड़े प्रमुख लोग शामिल होंगे।
गौरतलब है कि 22 जनवरी 2024 को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के साथ मंदिर का उद्घाटन हुआ था। अब, सभी निर्माण कार्य पूरे होने के बाद, अयोध्या नगरी में एक बार फिर भव्य आयोजन की तैयारी चल रही है। पूरा शहर दीपों और सजावट से जगमगाने लगा है, और श्रद्धालु इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बनने के लिए उत्सुक हैं।











