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प्रतिपक्ष का नेता बनते ही बाबूलाल का झारखंड सरकार पर जोरदार हमला, बोले सीएम हेमंत के रहते…!

On: March 8, 2025 1:36 PM
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रांची: सदन में विपक्ष का नेता बनते ही झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने झारखंड सरकार पर एक बार फिर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अपराध लगातार बढ़ रहे हैं कानून का शासन कायम नहीं है।मुझे नहीं लगता कि जब तक यह सरकार सत्ता में है, तब तक राज्य में कानून-व्यवस्था में सुधार हो सकता है। उन्होंने पुलिस महकमे पर भी वसूली का आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस महकमा वसूली में लगा हुआ है और राज्य में अवैध गतिविधियां बढ़ रही हैं।

मीडिया से बात करते हुए मरांडी ने कहा कि धनबाद और बोकारो जैसे कोयला क्षेत्रों से अवैध रूप से कोयला निकाला जाता है, जिससे मिलने वाला पैसा सरकार की तिजोरी में नहीं जाता, बल्कि सत्ता में बैठे कुछ लोगों के पास पहुंचता है। मरांडी ने कहा कि अपराधों के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, जिससे राज्य की सुरक्षा और शांति पर सवाल खड़े हो रहे हैं। राज्य सरकार की नीतियों के कारण झारखंड में कानून-व्यवस्था की स्थिति बदतर होती जा रही है।

विकास के लक्ष्य पूरा करने में भी असफल

बाबूलाल मरांडी ने राज्य सरकार पर आदिवासियों के कल्याण को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए जो लक्ष्य निर्धारित करती है, वह कभी पूरा नहीं होता। मरांडी ने राज्य सरकार पर आदिवासियों के हितों के प्रति गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार केवल नाटक करती है और वास्तव में आदिवासियों के कल्याण के लिए कुछ नहीं करती।

आदिवासियों को मुख्य धारा से जोड़ने के बजाय नाटक

बाबूलाल मरांडी ने कहा, मेरा सवाल यह है कि सरकार आदिवासियों के कल्याण के बारे में कितनी चिंतित है, क्योंकि राज्य पिछले पांच वर्षों से हेमंत सोरेन के नेतृत्व में है। अगर सरकार वास्तव में आदिवासियों के विकास के लिए चिंतित होती, तो उस दिशा में काम करती। इनका इरादा आदिवासी समाज को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने का नहीं है। यह सरकार केवल नाटक करने में लगी हुई है। राज्य सरकार की आदिवासी समाज के लिए योजनाएं केवल कागजी स्तर तक ही सीमित हैं, जबकि जमीनी स्तर पर कोई ठोस कार्य नहीं किया जा रहा है।

Satish Sinha

मैं सतीश सिन्हा, बीते 38 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने कई अखबारों और समाचार चैनलों में रिपोर्टर के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को इमानदारी से उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले तकरीबन 6 वर्षों से मैं 'झारखंड वार्ता' से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ।

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