शाहजहां से को छोड़ हमें पड़ रही है पुलिस कानून का मजाक: फैक्ट फाइंडिंग टीम
पश्चिम बंगाल :संदेशखाली पूरे देश भर की राजनीति में छाया हुआ है. संदेश खाली में कथित रूप से महिलाओं का यौन शोषण भूमि पर कब्जा करने का मामला गर्म है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चौतरफा घिर गई है. मामला राष्ट्रपति राज भवन लोकसभा ह्यूमन राइट एसटु आयोग एनसीडब्ल्यू तक पहुंच गया है चारों ओर से राष्ट्रपति शासन की मांग हो रही है। इसी बीच खबर आ रही है कि संदेश खली की घटना का सच्चाई का पता लगाने जा रही फैक्ट फाइंडिंग कमेटी को पुलिस ने रोक दिया है। पुलिस ने टीम के कुछ सदस्यों को हिरासत में भी लिया है. टीम के सदस्यों का कहना है कि गृह मंत्रालय कोई संदर्भ में खबर देंगे। उन्होंने कहा कि संदेश खली के हालात पर गृह मंत्रालय को भी जानकारी देंगे. ईडी पर हमले और महिलाओं के साथ प्रताड़ना का मुख्य आरोपी शाहजहां से अब तक फरार बताया जा रहा है.
बताया जा रहा है कि पुलिस ने धारा 144 का हवाला देते हुए फैक्ट फाइंडिंग टीम को हिरासत में लिया है.
इधर खबरों के मुताबिक संदेशखाली के महिलाओं में शेख शाहजहां और तृणमूल कांग्रेस और पुलिस के खिलाफ आक्रोश भड़का हुआ है। पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में हालात सुधरने की जगह और खराब होते जा रहे हैं. तृणमूल कांग्रेस पार्टी नेता शाहजहां शेख और उनके साथियों के खिलाफ अब संदेशखाली के ग्रामीणों का गुस्सा फूटने लगा है.इसको लेकर लोगों में भारी गुस्सा देखने को मिल रहा है.
ताजा मामला टीएमसी नेता अजित मैतई की पिटाई से जुड़ा वीडियो वायरल होने का है. संदेशखाली के गांव वालों ने उनके घर में जबरन तरीके से घुस कर उनकी चप्पलों से पिटाई कर दी.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, संदेशखाली स्थित टीएमसी नेता अजीत मैतई और उनके परिवार के सदस्यों की ग्रामीणों ने थप्पड़ और चप्पलों से पिटाई की. घर के पास लगी सुरक्षा बाड़ को तोड़कर ग्रामीण उनके घर में जबरन घुस गए.
रस्से और जाल से बने बाड़ को ग्रामीणों ने तोड़ा
वायरल वीडियो में बड़ी संख्या में पहुंचे गांव वालों का झुंड वीडियो में रस्से और जाल से बने बाड़ को तोड़ते देखा जा सकता है. इसके बाद वो सभी उनके घर के परिसर में घुस जाते हैं और उनके साथ खूब बहस करते हैं. इसके बाद ग्रामीण का समूह जिसमें महिलाएं और पुरुष उनसे बातचीत करते हुए अचानक आक्रामक हो जाते हैं.
मैतई के परिवार के सदस्यों ने की बीच बचाव की कोशिश
महिलाओं-बुजुर्गों के साथ युवा और बच्चों सभी में गुस्सा देखा गया. उनसे बातचीत के दौरान खींचतान और मारपीट शुरू हो जाती है. ग्रामीण उनकी एक के बाद एक चप्पलों से पिटाई करने लगते हैं. इस दौरान उनके परिवार के सदस्यों को उनको इस सब से बचाने का प्रयास किया जाता है और अजीत मैतई अपनी जान बचते बचाते भाग खड़े होते हैं और पास घर में जाकर छुप जाते हैं. इसके बाद परिवार के सदस्यों से ग्रामीण उलझते रहे.
पीएम मोदी 6 मार्च को कर सकते हैं संदेशखाली का दौरा
इस बीच देखा जाए तो संदेशखाली गांव में पिछले काफी समय से स्थिति खराब है. महिलाओं के साथ कथित यौन उत्पीड़न और उनकी जमीनें हड़पने के मामले को लेकर हालात तनावपूर्ण बने हैं. पीड़ित महिलाओं ने कैमरे के सामने आकर टीएमसी नेताओं के अत्याचार के खुलेआम आरोप भी लगाए हैं. वहीं, बीजेपी भी इस मामले को लेकर ममता बनर्जी की सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है. ऐसे में अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आगामी 6 मार्च को पश्चिम बंगाल का दौरा कर सकते हैं. पीएम मोदी के संदेशखाली के पीड़ितों से भी मुलाकात करने की संभावना जताई गई है.
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