सरायकेला-खरसावां: जिले के चौका थाना ने उत्कृष्ट पुलिसिंग का परिचय देते हुए न केवल जिले बल्कि पूरे झारखंड राज्य का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है। गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी Ranking of Police Stations 2025 की वार्षिक रिपोर्ट में चौका थाना को पूरे देश में चौथा स्थान प्राप्त हुआ है, जबकि झारखंड में यह पहला स्थान हासिल करने वाला थाना बना है।
गौरतलब है कि गृह मंत्रालय हर वर्ष देशभर के पुलिस थानों का व्यापक सर्वे कर उनकी रैंकिंग जारी करता है। इस सर्वे में अपराध नियंत्रण, महिलाओं एवं कमजोर वर्गों से जुड़े मामलों के निपटारे, थाना का बुनियादी ढांचा, स्वच्छता व्यवस्था, डिजिटल रिकॉर्ड प्रबंधन, नागरिकों की प्रतिक्रिया, पुलिस कर्मियों का व्यवहार, मामलों का समयबद्ध निष्पादन और चार्जशीटिंग जैसी कई अहम कसौटियों पर गहन मूल्यांकन किया जाता है। यह सर्वे एक स्वतंत्र एजेंसी के माध्यम से कराया जाता है, जिससे इसकी निष्पक्षता और विश्वसनीयता बनी रहती है।
18 हजार से अधिक थानों में शानदार प्रदर्शन
वर्ष 2025 के इस सर्वे में देशभर के 18 हजार से अधिक पुलिस थानों को शामिल किया गया था। इतनी बड़ी संख्या में प्रतिस्पर्धा के बावजूद चौका थाना ने अपने उत्कृष्ट कार्यों और बेहतर प्रशासनिक व्यवस्था के दम पर यह ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। हाल ही में रायपुर में आयोजित DGsP/IGsP कॉन्फ्रेंस के दौरान गृह मंत्रालय द्वारा इस राष्ट्रीय रैंकिंग की औपचारिक घोषणा की गई।
एसपी मुकेश लुणायत ने टीम को दिया श्रेय
सरायकेला-खरसावां के पुलिस अधीक्षक मुकेश लुणायत, जो एक तेज-तर्रार और ईमानदार छवि के आईपीएस अधिकारी माने जाते हैं, ने इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर करते हुए अपनी पूरी टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि चौका थाना का देशभर में चौथा स्थान हासिल करना जिले की पुलिस के अनुशासन, कार्यकुशलता और ‘सेवा ही लक्ष्य’ के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
एसपी मुकेश लुणायत ने कहा, यह रैंकिंग केवल एक थाने की सफलता नहीं है, बल्कि यह पूरी झारखंड पुलिस की प्रतिबद्धता और कार्यक्षमता का प्रतीक है। यह उपलब्धि हमें भविष्य में और बेहतर कार्य करने की प्रेरणा देती है। हमारी पुलिस टीम का यह प्रयास लगातार जारी रहेगा और हम हमेशा सेवा ही लक्ष्य के सिद्धांत पर काम करते रहेंगे।
प्रेरणा बना चौका थाना
चौका थाना की यह उपलब्धि न केवल जिले के अन्य थानों के लिए प्रेरणा है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि यदि ईमानदारी, पारदर्शिता और जनता के प्रति संवेदनशीलता के साथ काम किया जाए, तो राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाना संभव है। इस सफलता से स्थानीय नागरिकों में भी पुलिस के प्रति विश्वास और मजबूत हुआ है।
यह उपलब्धि निश्चित रूप से सरायकेला-खरसावां जिले और झारखंड पुलिस के लिए गर्व का विषय है, जो आने वाले समय में और बेहतर पुलिसिंग की उम्मीद जगाती है।














