पटना: आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने संगठन के भीतर अनुशासनात्मक सख्ती दिखाते हुए अपने कई वरिष्ठ नेताओं सहित 11 लोगों को पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
जदयू द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि इन नेताओं पर पार्टी की विचारधारा के विपरीत कार्य करने, संगठनात्मक अनुशासन तोड़ने और पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप साबित हुए हैं। इसी आधार पर सभी को तत्काल प्रभाव से पार्टी से बाहर किया गया है।
निष्कासित नेताओं में कई बड़े नाम शामिल
जिन नेताओं को पार्टी से बाहर किया गया है, उनमें पूर्व मंत्री शैलेश कुमार, पूर्व विधान पार्षद संजय प्रसाद, पूर्व विधायक श्याम बहादुर सिंह, पूर्व विधान पार्षद रणविजय सिंह, और पूर्व विधायक सुदर्शन कुमार शामिल हैं।
इसके अलावा अमर कुमार सिंह, आस्मां परवीन (महुआ से पिछली बार जदयू प्रत्याशी), लव कुमार, आशा सुमन, दिव्यांशु भारद्वाज और विवेक शुक्ला के नाम भी सूची में हैं।
टिकट को लेकर असंतोष बना कारण
सूत्रों के मुताबिक, इनमें से कई नेताओं की नाराजगी टिकट वितरण को लेकर थी। कुछ ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में उतरने की घोषणा की थी, जबकि कुछ लगातार पार्टी की नीतियों के खिलाफ बयान दे रहे थे।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि जदयू नेतृत्व ने बार-बार चेतावनी देने के बावजूद इन नेताओं के रवैये में बदलाव नहीं देखा, जिसके चलते कार्रवाई अपरिहार्य हो गई।
जदयू ने स्पष्ट किया है कि पार्टी अनुशासन और एकजुटता से कोई समझौता नहीं करेगी, चाहे वह कितना भी बड़ा नेता क्यों न हो।













