Bihar Assembly Election: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन के लिए मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। सीट बंटवारे को लेकर अब तक सहमति नहीं बन पाई है, और इसी बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने महागठबंधन को बड़ा झटका दे दिया है।
झामुमो ने आधिकारिक रूप से घोषणा की है कि वह बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन से अलग होकर अपने दम पर चुनाव लड़ेगा। पार्टी ने दूसरे चरण की कुल 6 सीटों चकाई, धमदाहा, कटोरिया, पिरपैंती, मनीहारी और जमुई पर अपने उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, झामुमो ने शुरुआत में महागठबंधन से 16 सीटों की मांग की थी, लेकिन बाद में पार्टी ने समझौते के तौर पर 12 सीटों पर आने की इच्छा जताई। इसके बावजूद सीट बंटवारे पर सहमति नहीं बन पाई।
जानकारी के अनुसार, झामुमो महासचिव विनोद कुमार पांडेय और मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने हाल ही में पटना में बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, झारखंड प्रभारी जय प्रकाश नारायण यादव, भोला यादव और अन्य वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात भी की थी, लेकिन बैठक में सीटों को लेकर कोई ठोस निष्कर्ष नहीं निकल सका।
अब झामुमो के अलग होने से महागठबंधन के भीतर असंतोष और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में होंगे, पहला मतदान 6 नवंबर को और दूसरा 11 नवंबर को होगा, जबकि परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। इसी तारीख को झारखंड की घाटशिला विधानसभा उपचुनाव के भी नतीजे सामने आएंगे, जहां मतदान 11 नवंबर को होगा।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि झामुमो का यह कदम महागठबंधन की एकजुटता पर असर डाल सकता है और विपक्षी गठबंधन की चुनावी रणनीति को चुनौती दे सकता है।
Bihar Assembly Election: बिहार चुनाव में महागठबंधन की बढ़ी मुश्किलें, 6 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगा झामुमो














