झारखंड वार्ता न्यूज
रांची/डेस्क :– झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज तीसरा दिन है। तीसरे दिन भी विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण प्रश्नोत्तरकाल की कार्यवाही बाधित रही। विपक्ष के भाजपा विधायकों ने विधानसभा के मुख्य द्वार पर विरोध प्रदर्शन किया। विधायक ने हाथों में तख्तियां लेकर खूब नारेबाजी की। नियोजन नीति स्पष्ट करो… जैसे नारे लगाए। विधानसभा में विपक्षी विधायकों के हंगामे से नाराज विधानसभा अध्यक्ष रबिन्द्रनाथ महतो ने बीजेपी के विधायक बिरंची नारायण, भानू प्रताप शाही और जयप्रकाश भाई पटेल को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया। विधानसभा अध्यक्ष के आदेश पर मार्शल बीजेपी विधायकों को टांग कर सदन से बाहर ले गए। तीनं विधायकों को निलंबित करने से नाराज बीजेपी के अन्य विधायकों सदन का बहिष्कार किया। बीजेपी सदस्यों के बहिष्कार के बाद प्रश्नकाल के दौरान सत्तापक्ष के सदस्यों ने कई सवाल किए।

विधायकों ने युवाओं को रोजगार के मामले पर किया हंगामा
विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन प्रश्नकाल शुरू होते ही सूचना के माध्यम से बीजेपी विधायक भानू प्रताप शाही ने युवाओं को रोजगार का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने चार साल के कार्यकाल में सिर्फ 800 नियुक्ति की है। राज्य के युवा सड़कों पर हैं। नियोजन नीति स्पष्ट नहीं है। चार साल से 7000 नियुक्ति लटकी है। इस पर सरकार को जवाब देना चाहिए। इसके बाद बीजेपी विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया।

स्पीकर के समझाने के बावजूद भी हंगामा नहीं हुआ शांत, क्या बोले स्पीकर?
स्पीकर रबीन्द्रनाथ महतो ने कल भी नेताओं के इस व्यवहार को लेकर फटकार लगाई थी। कहा था कि सदन का बेजा इस्तेमाल मत करिए। कार्यवाही को हास्यास्पद मत बनाइए। आसन को उत्तेजित मत कीजिए। आज स्पीकर ने कहा कि प्रश्नकाल को हंगामा काल बना देते हैं। हंगामे के कारण विधानसभा की कार्यवाही 12.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। भाजपा विधायक बिरंची नारायण और भानु प्रताप शाही सस्पेंड
स्पीकर ने भाजपा विधायक बिरंची नारायण और भानु प्रताप शाही को सस्पेंड कर दिया है। दोनों विधायकों को सदन से मार्शलों ने विधानसभा से निकाला। निकालने के दौरान निकास द्वार के पास बिरंची नारायण गिर गए।स्पीकर ने कहा कहा कि आपकी आदत खराब हो गई है। कल से इन्हें देख रहे थे। इनके कारण लगातार सदन बाधित हो रहा था। हर चीज में ये लाबी में आ जाते हैं। आग्रह करने पर भी नहीं सुनते। इसके बाद भाजपा विधायकों ने ‘तानशाही नहीं चलेगी’ का नारा लगाया। भाजपा विधायकों सदन का बहिष्कार भी किया।

हंगामे पर क्या बोले.. मंत्री मिथिलेश ठाकुर
भाजपा विधायकों के हंगामे पर मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि दिल्ली में सांसद निलंबित किए जा सकते हैं तो यहां बिना कारण हंगामा करने वाले विधायक भी निलंबित हों। इसपर स्पीकर ने कहा कि उनकी बात से वे भी सहमत हैं। सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने के बाद भी भाजपा के प्रदर्शन के बाद स्पीकर ने निलंबन की कार्रवाई की।
