अजीत कुमार रंजन
बिशुनपुरा(गढ़वा): बिशुनपुरा प्रखंड के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य, पुरोहित, शिक्षाविद् एवं मेराल प्रखंड अंतर्गत लगमा पंचायत के भूतपूर्व मुखिया कैलाशपति मिश्र (95) का बुधवार की शाम निधन हो गया। उनके निधन की खबर से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। वे मेराल हाई स्कूल के पूर्व प्रधानाध्यापक और नामधारी कॉलेज के संस्थापक सदस्य भी रहे। कैलाशपति मिश्र न केवल एक विद्वान शिक्षक थे, बल्कि ज्योतिषी विद्या, धार्मिक, सामाजिक और लोकसेवा के कार्यों में भी सदैव अग्रणी रहे। बिशुनपुरा में भगवान विष्णु मंदिर निर्माण का प्रस्ताव भी सबसे पहले उन्होंने ही रखा था। समाज में उनके योगदान और सटीक ज्योतिषीय ज्ञान के कारण उन्हें क्षेत्र के लोग ज्योतिष ज्ञान के गुरु के समान मानते थे। बुधवार को कार्तिक पूर्णिमा और देव दीपावली जैसे पवित्र दिन पर उनका देहावसान होना लोगों के लिए अत्यंत भावुक क्षण रहा। ग्रामीणों का कहना है कि निस्वार्थ भाव से जीवन जीने वाले व्यक्तित्व को ईश्वर भी शुभ दिन पर ही अपने पास बुलाता है। कैलाशपति मिश्र ने शिक्षा सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने के बाद प्रधानाध्यापक पद से त्यागपत्र देकर धर्म सेवा को अपना लिया था। उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन जनसेवा, धार्मिक साधना और ज्योतिष विद्या के प्रसार को समर्पित किया। अंतिम संस्कार आज दिन गुरुवार को बिशुनपुरा थाना करीब बांकी नदी के तट पर किया जाएगा।
बिशुनपुरा: प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य कैलाशपति मिश्र का निधन, क्षेत्र में शोक की लहर













