रांची :- भाजपा के झारखंड प्रदेश महामंत्री एवं मुख्यालय प्रभारी डॉ प्रदीप वर्मा ने झारखंड कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। वर्मा ने कहा कि कांग्रेस का द्दष्टिकोण शुरू से ही आदिवासी विरोधी रहा है। कांग्रेस पार्टी ने आदिवासियों को केवल वोट बैंक समझा।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की गलत नीतियों के कारण ही आदिवासी समाज आजाद भारत में लंबे समय तक विकास की मुख्य धारा में नहीं जुड़ पाया और उसी का परिणाम था कि अलग राज्य की मांग उठी। वर्मा ने कहा कि अलग राज्य के आंदोलन को भी कुचलने की हर संभव कोशिश कांग्रेस पार्टी ने की। इसने आंदोलन को खरीदने जैसे घृणित कार्य किए। आज भी आंदोलन के क्रेता- विक्रेता दोनों दल राज्य के जल, जंगल, जमीन को लूटने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि आदिवासियों की इतनी ही चिंता होती तो कश्मीर में धारा 370 लगाकर आदिवासी दलितों के अधिकारों से कांग्रेस पार्टी 73 वर्षों तक वंचित नहीं रखती।
उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस गठबंधन सरकार में आदिवासियों की जमीन हड़पी जा रही, बहन- बेटियों की इज्जत लूटी जा रही। आदिवासियों की हत्याएं हो रही और कांग्रेस पार्टी मौन है। इसी से इनकी नीति और नीयत उजागर हो रही है। वर्मा ने कहा कि भाजपा की सरकार ने आदिवासी समाज के विकास और मान- सम्मान की चिंता की। श्रद्धेय अटल जी ने अलग राज्य का सपना साकार किया। आदिवासी मंत्रालय बनाकर विकास की मुख्यधारा में जोड़ने का सार्थक प्रयास किया। भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजाति गौरव दिवस घोषित किया और एक आदिवासी समाज की महिला को देश के सर्वोच्च पद पर आसीन कराने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी जिनकी गोद में बैठकर राज्य की सत्ता का भोग कर रही उन्हें आदिवासी समाज की नहीं बल्कि अपने परिवार की चिंता है।