हजारीबाग:मंगला जुलूस पर पथराव के खिलाफ भाजपा का सदन के बाहर प्रदर्शन,सरकार पर गंभीर आरोप
हजारीबाग: मंगला जुलूस के दौरान जामा मस्जिद चौक के पास पथराव के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी में सदन के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। इधर भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया है कि हिंदू पर्व-त्योहारों के दौरान लगातार बढ़ रही सुनियोजित हिंसा और प्रशासन की विफलता के खिलाफ आज सदन के बाहर प्रदर्शन किया।
प्रतिपक्ष के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हेमंत सरकार हिंदुओं के त्योहारों के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने में पूरी तरह नाकाम साबित हुई है।
राज्य सरकार को जवाब देना चाहिए कि आखिर क्यों हर बार हिंदुओं के धार्मिक आयोजनों को ही निशाना बनाया जाता है? मुहर्रम के जुलूस पर हमला नहीं होता, शुक्रवार की नमाज में बाधा नहीं पहुंचाई जाती, फिर हिंदुओं के त्योहारों पर ही पत्थरबाजी और हिंसा क्यों? सरकार तुष्टिकरण की राजनीति छोड़कर मंगला जुलूस पर हमला करने वाले उपद्रवियों पर सख्त कारवाई करे।
बताया जा रहा है कि मंगला जुलूस के दौरान सांप्रदायिक गाना बजाने को लेकर जमकर पत्थरबाजी हुई. पथराव हजारीबाग के जामा मस्जिद चौक के पास किया गया, जहां स्थिति तनावपूर्ण हो गई. इसके बाद पुलिस को चार राउंड हवाई फायरिंग करनी पड़ी ,जिससे भीड़ तितर-बितर हुई. रात 11 बजे की घटना है और फिलहाल हालात काबू में हैं. हजारीबाग में रामनवमी के पूर्व हर मंगलवार को मंगला जुलूस निकाला जाता है. होली के बाद दूसरे मंगलवार को भी मंगला जुलूस निकाला गया, जिसमें हजारीबाग के विभिन्न अखाड़ा धारी अपने-अपने जुलूस को लेकर जिले के विभिन्न चौक चौराहे से गुजर रहे थे, इसी बीच कुछ असामाजिक तत्वों ने पथराव कर दिया.
पथराव हजारीबाग के जामा मस्जिद चौक के समीप किया गया, जहां स्थिति तनावपूर्ण हो गई. पुलिस को चार राउंड हवाई फायरिंग करनी पड़ी ,जिससे भीड़ तीतर-बीतर हुई. सांप्रदायिक गाना बजाने को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ, इसके बाद स्थिति तनावपूर्ण होते हुए पथराव में बदल गई और दोनों तरफ से पत्थर चलने लगे.
दोनों समुदाय के लोगों को समझाने में लगी पुलिस
पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर लाठीचार्ज की और चार राउंड हवाई फायरिंग की, तब जाकर भीड़ तीतर-बीतर हुई. घटनास्थल पर पुलिस और हजारीबाग के वरीय पदाधिकारी कैंप किए हुए हैं. स्थिति अभी नियंत्रण में है, दोनों समुदाय के लोगों को समझाने-बुझाने का प्रयास किया जा रहा है.
गिरिडीह में होली के दिन हुई थी हिंसा
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