Jharkhand Weather Update: हिमालय की 4000 मीटर ऊंची चोटियों पर हुई ताजा बर्फबारी और ला-नीना का असर झारखंड के मौसम पर भी दिखाई देने लगा है। नवंबर के दूसरे सप्ताह की शुरुआत में ही राज्य में शीतलहर की दस्तक हो गई है। मौसम विभाग के अनुसार, इस बार नवंबर से लेकर फरवरी तक ठंड का प्रकोप पिछले वर्षों की तुलना में अधिक रहने की संभावना है।
दो से तीन डिग्री तापमान गिरने की संभावना
सोमवार को राज्य का सबसे ठंडा स्थान लातेहार रहा, जहां न्यूनतम तापमान गिरकर 10.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि राज्य में अगले 24 घंटे के भीतर न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री तक की और गिरावट हो सकती है। इसके चलते राज्य के कई हिस्सों में शीतलहर जैसी स्थिति बनी रह सकती है।
इन जिलों में विशेष सतर्कता
मंगलवार और बुधवार को पलामू, गढ़वा, चतरा, लातेहार, गुमला, लोहरदगा और सिमडेगा जिलों में शीतलहर का अलर्ट जारी किया है। सुबह के समय कुहासा और धुंध की स्थिति भी बने रहने की संभावना है, जिससे दृश्यता प्रभावित हो सकती है।
ला-नीना से क्यों बढ़ रही ठंड
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, इस बार प्रशांत महासागर के पेरू तट पर ला-नीना की स्थिति विकसित हुई है। इसके चलते सर्द हवाएँ अधिक समय तक सक्रिय रहेंगी और तापमान सामान्य से नीचे बना रहेगा। आमतौर पर झारखंड में दिसंबर और जनवरी में कड़ाके की ठंड पड़ती है, लेकिन इस बार नवंबर में ही ठिठुरन बढ़ गई है।
लोगों को दी गई सावधानी की सलाह
मौसम विभाग ने लोगों को सुबह-शाम बाहर निकलते समय गर्म कपड़ों का प्रयोग करने, बच्चों और बुजुर्गों को ठंड से बचाने की सलाह दी है। किसानों को भी खेतों में देर शाम तक काम न करने की हिदायत दी गई है, ताकि ठंड से होने वाली बीमारियों से बचाव किया जा सके।
झारखंड में हाड़ कपाने वाली ठंड, 7 जिलों में शीतलहर का अलर्ट











